PATNA- आरजेडी के दिग्गज नेताओं में शामिल इलियास हुसैन ने अपनी
डॉक्टर बेटी को नीतीश कुमार की पार्टी में शामिल करा दिया है. इलियास हुसैन की
सरकारी डॉक्टर बेटी डॉ असमा परवीन सोमवार को तीर छाप वाला दुपट्टा डाल कर जेडीयू
में शामिल हो गयीं. नीतीश पर इलियास का रंग ऐसे चढ़ा कि तमाम सरकारी नियम-कायदों
को धत्ता बताकर असमा को अपनी पार्टी का सदस्य बना लिया.
राजद के कद्दावर नेता इलियास हुसैन कई दफे मंत्री रह चुके हैं. फिलहाल वे
डिहरी से विधायक हैं. उन पर अलकतरा घोटाले का आरोप लगा था लेकिन कोर्ट ने उन्हें
बरी कर दिया. काफी दिनों से सियासी हलके में चर्चा है कि इलियास हुसैन तेजस्वी की
आरजेडी में सहज महसूस नहीं कर रहे हैं. आज जब उनकी बेटी डॉ असमा परवीन जेडीयू में
शामिल हुईं तो उन अटकलों को बल मिला.
नीतीश की पार्टी ने सरकारी नियमों को ठेंगा दिखाया
इलियास हुसैन की बेटी फिलहाल हाजीपुर सदर अस्पताल में सरकारी डॉक्टर हैं.
सरकार का ही कानून ये कहता है कि सरकारी सेवा में रहते हुए कोई भी व्यक्ति किसी
राजनीतिक दल का सदस्य नहीं बन सकता. लेकिन मुस्लिम वोट की चाह ऐसी थी कि सत्ताधारी
पार्टी ही सरकार के नियम-कानून को भूल गयी. हमने सरकारी डॉक्टरों के संघ भासा के
लंबे अर्से तक अध्यक्ष रह चुके डॉ अजय कुमार से इस बाबत जानकारी ली. डॉ अजय ने कहा
कि सरकारी डॉक्टर किसी राजनीतिक दल का सदस्य नहीं हो सकता. उसकी सेवा शर्तों में
ये लिखा होता है.
असमा ने सरकारी नियमों को नकारा
लेकिन, इलियास हुसैन की बेटी डॉ असमा परवीन ने सरकारी नियमों को
सिरे से नकार दिया. हमने उनसे पूछा कि सरकारी सेवा में रहते हुए आप पार्टी में
कैसे शामिल हो गयीं. असमा ने कहा कि ऐसा कोई नियम नहीं है कि वो किसी पार्टी में
शामिल नहीं हो सकतीं.
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पिता की मर्जी से जेडीयू में शामिल हुईं
डॉ असमा परवीन ने कहा कि जदयू में शामिल होने से पहले उन्होंने अपने पिता
इलियास हुसैन से पूछा था. पिता का परमिशन मिला तभी नीतीश कुमार की पार्टी में
शामिल हुईं. असमा परवीन ने दावा किया कि पिता का आशीर्वाद उन्हें हासिल है.