DEORIA : बिहार के मुजफ्फरपुर के बालिका गृह यौन शोषण मामले को लेकर जारी बवाल के बीच यूपी के देवरिया में भी ऐसा ही मामला प्रकाश में आया है। देवरिया के निजी बालिका गृह में रह रही लड़कियों ने भी कई गंभीर आरोप लगाए हैं। एक लड़की की शिकायत पर पुलिस ने छापा मारकर बालिका गृह से 24 लड़कियों को छुड़ाया है। जबकि बालिका गृह से 18 लड़कियां अभी भी गायब बतायी जा रही हैं। मामले में पुलिस ने बालिका गृह के संचालिका गिरिजा त्रिपाठी, उनके पति मोहन तिवारी और बेटी को गिरफ्तार किया है।
देवरिया के एसपी रोहन पी कनय ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि बालिका गृह को अवैध घोषित किया गया था और इसका चाल-चलन भी ठीक नहीं था। कनय ने बताया कि इस तथा कथित संस्था में 42 महिलाएं और बच्चों के रहने की सूचना है। जिसमें 18 बच्चे, महिलाएं और बालिकाएं लापता बताई जा रही हैं। पुलिस उनके बारे में जानकारी इकट्ठा कर रही हैं।
शेल्टर होम अवैध
उत्तर प्रदेश की महिला एवं बाल कल्याण मंत्री रीता बहुगुणा जोशी का कहना है कि पिछले साल सीबीआई के इंस्पेक्शन के बाद यह पाया गया था कि देवरिया का शेल्टर होम अवैध तरीके से चल रहा है। लड़कियों को दूसरी जगह शिफ्ट करने और इसे बंद करने का निर्देश दिया गया था, लेकिन इसका पालन नहीं हुआ। शेल्टर होम में कई अवैध गतिविधियां चल रही थीं। 1 अगस्त को एफआईआर दर्ज करवाई गई है।
डीएम हटाये गए, डीपीओ निलंबित
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए महिला कल्याण मंत्री रीता बहुगुणा जोशी को तलब कर पूरी जानकारी हासिल की। योगी ने इस संबंध में जिलाधिकारी सुजीत कुमार को उनके पद से हटा दिया है जबकि डीपीओ प्रभात कुमार को निलंबित कर दिया गया है।