पटना. पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने जिस लोजपा की स्थापना की थी उसका स्थपाना दिवस समारोह 28 नवंबर यानी मंगलवार को मनाया जा रहा है. हालांकि अब लोजपा दो टुकड़ों में बंट चुकी है. रामविलास के बेटे चिराग पासवान ने लोजपा रामविलास नाम से अपना दल बना रखा है तो पशुपति पारस ने राष्ट्रीय लोजपा नाम से दल बना रखा है. अब दोनों ही यानी चाचा-भतीजा मंगलवार को लोजपा के स्थापना दिवस पर दो अलग अलग कार्यक्रम कर रहे हैं.
पशुपति पारस की राष्ट्रीय लोजपा द्वारा हाजीपुर के अक्षयवाटिका स्टेडियम कचहरी मैदान में है. यहां सुबह 11 बजे से पशुपति पारस अपना शक्ति प्रदर्शन दिखाएंगे. पशुपति पारस पिछले कई सप्ताह से इसे सफल बनाने के लिए कई प्रकार की तैयारियों में जुटे थे. उनके साथ पार्टी के अन्य सांसद भी शामिल होंगे. हाजीपुर से रामविलास पासवान ने कई बार लोकसभा का चुनाव जीता. पशुपति पारस ने कहा है कि उनकी कर्म भूमि पर लोजपा का स्थापना दिवस मनाकर वे उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं.
वहीं चिराग पासवान की पार्टी लोजपा रामविलास ने पटना के बापू सभागार में लोजपा का स्थपाना दिवस मनाने का निर्णय लिया है. पटना में इसके लिए जोरदार तैयारी की गई है. पटना की सड़कों पर बड़ी संख्या में बैनर पोस्टर लगाकर चिराग ने इसे सफल बनाने का संदेश दिया है.
हालांकि जानकारों का कहना है कि चाचा-भतीजा की जोड़ी दो अलग अगल जगह लोजपा स्थापना दिवस मनाकर अपना शक्ति प्रदर्शन आगे के लोकसभा चुनाव के लिए दिखा रहे हैं. दोनों की नजर लोकसभा चुनाव 2024 पर है. दोनों ही चाहते हैं कि उन्हें 4 से 5 लोकसभा की सीटें मिले. वहीं भाजपा इनती बड़ी संख्या में लोकसभा की सीटें देगी नहीं. ऐसे में अभी से दोनों अपनी ताकत का अहसास कराने में लगे हैं. ऐसे में हाजीपुर और पटना में हो रहे दोनों आयोजन पशुपति और चिराग के लिए अपने शक्ति प्रदर्शन को दिखाने का जरिया है.