DESK : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेक इन इंडिया अभियान का असर नजर आने लगा है। जहां कई देसी कंपनियों द्वारा भारत में ही निर्माण पर जोर दिया जा रहा है। वहीं इस लिस्ट में विदेशी कंपनियां भी शामिल है, जिन्हें अपने प्रोडक्ट का भारत में निर्माण करना बड़ा फायदेमंद नजर आ रहा है। इस लिस्ट में सबसे बड़ा नाम है आईफोन बनानेवाली कंपनी एप्पल का। जिसने मौजूदा वित्तीय वर्ष में पिछले साल की तुलना में इस साल सिर्फ सात माह में भारत में निर्मित अपने आईफोन की बिक्री में 177 परसेंट की बढ़ोतरी दर्ज की है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्ण ने ट्वीट करके यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि चालू वित्त वर्ष के पहले 7 महीने में 8 अरब डॉलर का कुल मोबाइल-स्मार्टफोन निर्यात हुआ है और इसमें अधिकांश हिस्सा आईफोन का है। अप्रैल से अक्टूबर के दौरान एपल ने भारत से 5 अरब डॉलर से ज्यादा कीमत के आईफोन का निर्यात किया है, यानी भारत में बने आईफोन जो निर्यात हुए, उनकी कीमत 5 अरब डॉलर थी।
उन्होंने यह भी जानकारी दी है कि सालाना आधार पर इस क्षेत्र में 60 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज हुई है। पिछले वित्तीय वर्ष में इसी अवधि में कुल मिलाकर 4.97 अरब डॉलर का निर्यात हुआ था।
हर माह एक अरब डॉलर के फोन हो रहे निर्यात
आंकड़ों के मुताबिक फिलहाल हर महीने औसतन एक अरब डॉलर के मोबाइल फोन का निर्यात किया जा रहा है। आंकड़ों के मुताबिक एपल कंपनी ने आईफोन बनाने वाली तीन कंपनियों के जरिए भारत से अप्रैल से अक्टूबर 2022 में 1.8 अरब डॉलर कीमत के हैंडसेट का निर्यात किया था।
पीएलआई योजना का मिल रहा लाभ
भारत सरकार ने जब 38,645 करोड़ रुपए की प्रोडक्शन लिंक्ड इनिशिएटिव (पीएलआई) योजना की घोषणा की, तो एपल ने भारत में ही स्मार्टफोन बनाने पर काम करना शुरू किया और इस पर खासा जोर दिया। एपल ने इस योजना के तीसरे साल में भारत में अपनी मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाई है, इसी वजह से देश से निर्यात होनेवाले स्मार्टफोन में आईफोन की हिस्सेदारी काफी बढ़ी हुई दिख रही है। आईफोन के अलावा मुख्य हिस्सेदारी सैमसंग और अन्य ब्रांड्स की रहती है।
बता दें कि पीएलआई योजना के तहत एपल को वित्त वर्ष 2027 तक अपने 20 प्रतिशत आईफोन भारत में ही बनाने होंगे। पिछले वित्त वर्ष यानी 2023 में कंपनी ने जितने आईफोन भारत में बनाए थे, वह उसकी कुल क्षमता का 7 प्रतिशत ही था। इनमें से भी 60-70 प्रतिशत निर्यात के काम आ जाता है।
टाटा ने कंपनी को खरीदा
भारत में ठेके पर तीन कंपनियां आईफोन बनाती हैं, जो मूलतः ताइवान की हैं. इन कंपनियों के नाम फॉक्सकॉन, पेगाट्रॉन और विस्ट्रॉन हैं. फॉक्सकॉन ने हाल ही में गुजरात में भारी-भरकम निवेश किया है जबकि विस्ट्रॉन को टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने खरीद लिया है. फिलहाल भारत में नवीनतम आईफोन 15 के साथ ही इस सीरीज के 11 तक के फोन बनाए जाते हैं। नवंबर 2023 की शुरुआत में टाटा ने विस्ट्रॉन की असेंबली लाइन में 100 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीद ली है।
तीनों कंपनियों में फॉक्सकॉन भारत सहित वैश्विक बाजार के लिए आईफोन बनाती है, जबकि पेगाट्रॉन और विस्ट्रॉन के बनाए अधिकांश आईफोन का भारत से निर्यात पिछले वित्त वर्ष में किया गया था