कर्नाटक में आज मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह से ममता बनर्जी ने भी किया किनारा, नीतीश-तेजस्वी होंगे शामिल

DESK : कर्नाटक में कांग्रेस अपनी सत्ता की वापसी को सेलिब्रेट करने के लिए आज मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह को भव्य बनाने की कोशिश में जुटी है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार  और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव सहित कई राजनीतिक दिग्गज इस समारोह में शामिल हो  रहे हैं। लेकिन, इस शपथ ग्रहण समारोह के शुरू होने से पहले ही ममला बनर्जी ने बड़ा झटका दिया है। निमंत्रण मिलने के बावजूद ममता ने समारोह का हिस्सा बनने से इनकार कर दिया है। ममता बनर्जी का समारोह में आने से इनकार विपक्षी एकता की मुहिम में टूट का संकेत माना जा रहा है। 

बता दें कि समारोह में कांग्रेस ने गैर भाजपा शासित कई  राज्यों के मुख्यमंत्री को निमंत्रण ही नहीं भेजा है। इस लिस्ट में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल,  तेलंगाना के सीएम केसीआर, केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन, आंध्र प्रदेश के सीएम जगनमोहन रेड्डी, ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक, पंजाब के सीएम भागवंत मान शामिल हैं। यह वह मुख्यमंत्री है, जिनकी पार्टी के साथ कांग्रेस के रिश्ते कभी भी अच्छे नहीं रहे हैं। अब इस लिस्ट में ममता बनर्जी भी शामिल हो गई हैं।

ममता भेंजेगी प्रतिनिधि

हालांकि ममता बनर्जी ने काम की व्यस्तता के कारण समारोह में जाने से भले ही इनकार कर दिया गया है,लेकिन अपनी जगह एक प्रतिनिधि जरूर भेज रही हैं। है. ममता बनर्जी ने टीएमसी सांसद काकोली घोष दस्तीदार को कर्नाटक के मनोनीत मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के कल होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए भेजा है। ममता ने कर्नाटक में नई सरकार बनाने के लिए सिद्धारमैया को शुभकामनाएं दीं

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इन नेताओं को दिया गया है आमंत्रण 

कांग्रेस ने शपथ समारोह में ममता बनर्जी, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला, बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे और कुछ अन्य विपक्षी नेताओं को आमंत्रित किया है. 

कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल के अनुसार शपथ ग्रहण समारोह में एक विचारधारा वाले दलों के नेताओं को निमंत्रण दिया गया है. इसके साथ ही शपथ ग्रहण के मौके पर विपक्षी एकजुटता का संदेश देने का प्रयास कर रही है.