NEW DELHI : बिहार में अगले तीन माह में नीतीश सरकार गिर जाएगी, दो दिन पहले तेजस्वी यादव ने राघोपुर में वहां के लोगों को यह बात कही थी। तेजस्वी के इन बातों का बिहार में कई सियासी मायने तलाशे जा रहे हैं, जिस पर हम प्रमुख और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने विराम लगा दिया है। न्यूज4नेशन संवाददाता धीरज सिंह से बातचीत के दौरान मांझी ने साफ कर दिया है कि बिहार में एनडीए सरकार को अगले पांच साल तक कोई खतरा नहीं है। सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी। मांझी ने तेजस्वी के दावों की पोल खोलते हुए कहा कि वह लंबे समय बाद अपने विधानसभा क्षेत्र में गए थे। इस दौरान उन्होंने वहां के लोगों को संतुष्ट करने के लिए यह कह दिया कि तीन माह में वह सरकार बनाने जा रहे हैं। यह सिर्फ सपना दिखाने के लिए कही गई बातें हैं, उनका हकीकत से कोई मतलब नहीं हैं।
सीएम नीतीश कुमार के बाद अब खुद अपना इलाज कराने के लिए दिल्ली पहुंचे जीतन राम मांझी ने कहा कि यह कहना कि हमारी पार्टी सरकार के खिलाफ है और सरकार गिराने की कोशिश कर रही है, वह बिल्कुल गलत है। मांझी ने कहा कि मैं उन मुद्दों पर ही अपना पक्ष रखता हूं जिसमें मुझे कुछ सुधार की गुंजाइश नजर आती है। इसका कोई सियासी मायने नहीं लगाया जाना चाहिए। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली सिर्फ वह स्वास्थ्य जांच कराने के लिए आए हुए हैं।
पीएम में मांगा मुलाकात का समय
मांझी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के लिए उन्होंने समय मांगा है। इस मुलाकात को लेकर उन्होंने बताया कि पीएम से तीन विषयों पर बात करना चाहता हूं। जिनमें एक बिहार में माउंटेन मैन को भारत रत्न देने की मांग, उसके अलावा प्राइवेट सेक्टर में और न्यायपालिका में पिछड़ों को आरक्षण देने की मांग शामिल है। उन्होंने कहा न्यायपालिका में आरक्षण से पिछड़ों को न्याय मिलेगा।
नीतीश के खिलाफ बोलने का परिणाम झेल रहे हैं चिराग
लोजपा में हुए टूट को लेकर जीतन राम मांझी ने कहा कि चुनाव के दौरान चिराग ने नीतीश कुमार को लेकर जिस तरह की बातें कही, यही उसी का परिणाम है कि आज लोजपा इस स्थिति में पहुंच गई है। अगर हम सब मिलकर चुनाव लड़ते तो एनडीए को 200 से ज्यादा सीटों पर जीत हासिल होती, लेकिन चिराग की जिद के कारण ऐसा नहीं हुआ।