बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

किसान सम्मेलन से माओवादियों ने शिक्षकों से मांगी रंगदारी, कहा - पैसे दे देना वरना...

किसान सम्मेलन से माओवादियों ने शिक्षकों से मांगी रंगदारी, कहा - पैसे दे देना वरना...

MUNGER : हाल के दिनों में बिहार में रंगदारी मांगने के कई मामले सामने आए हैं, जिनमें कुछ डॉक्टर और बिजनेसमैन शामिल हैं। लेकिन शिक्षकों से भी रंगदारी की मांग की जाने लगी है। जिसको लेकर पुलिस अधिकारियों को जानकारी दी गई है।

मामला मुंगेर जिले के टेटिया बंबर क्षेत्र से जुड़ा है, जहां के विद्यालयों के शिक्षकों को नक्सलियों के नाम से पत्र भेजकर लेवी के तौर पर डेढ़-डेढ़ लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई है। शिक्षकों को अपने व्हाट्एसप नंबर पर यह पत्र प्राप्त हुआ और बाद में फोन कॉल करके भी धमकी दी गई। इस पत्र के बाद प्रखंड के सभी शिक्षकों में डर का माहौल है। इस संबंध में पीड़ित शिक्षकों ने टेटिया बंबर थाना में आवेदन देकर सारी घटनाओं से पदाधिकारियों को अवगत कराया है।

इन शिक्षकों को भेजा गया मैसेज

प्राथमिक विद्यालय जगतपुरा बरदहट्टा के शिक्षक मुहम्मद सऊद आलम और प्राथमिक विद्यालय आराजी तिलकारी के शिक्षक विष्णु कुमार को नक्सलियों के नाम से व्हाट्सएप पर पत्र भेजा गया है। साथ ही दोनों शिक्षकों को फोन करके भी अनजान युवक ने रंगदारी देने का दबाव बनाया है।

यह लिखा हुआ है पत्र में

पत्र में लिखा है कि आपको सूचित किया जाता है कि 'आपके क्षेत्र दिनांक. 01/04/ में भाकपा माओ वादी के नेतृत्व में किसान आदोलन चल रही है। इसे मजबूत करने के लिए आपसे लेग किया जाता है, आप अ वर्तमान में वरदषहा' स्कूल' के प्रभारी हैं, ए आपसे एक लाख पच्चास हज़ार रूपया मात्र किया जाएगा। इसे आपको 48 घंटा के अन्दर आपक देना होगा। मे पत्र को इधर-उधर न करे, अगर पुलिस का सहारा लिया तो सजा मौत देवे। अगर रुपया समय पर नहीं पहुंचा तो आपको स्कूल, रास्ते या आपके रूम पर से आपको लाया जाएगा और रुपया भी कितना लगेगा, इसका अंदाजा लगाना मुश्किल होगा आपको। इसलिए लिए मेरे रुपये हो समय अन्दर देना होगा 

पत्र के नीचे भाकपा माओवादी लाल सलाम लिखा हुआ है।'

मामले को लेकर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राकेश कुमार ने बताया कि मामले की सूचना मिली है। उन्होंने नक्सली साजिश की संभावना को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि यह नक्सलियों की नहीं, बल्कि असामाजिक तत्वों की करतूत है। जल्द ही इस मामले का पर्दाफाश कर लिया जाएगा।

पिछले साल भी आया था ऐसा मामला

बता दें कि बीते वर्ष भी नक्सलियों के नाम पर कुछ असामाजिक तत्वों ने टेटिया बंबर के तत्कालीन अंचलाधिकारी व मनरेगा विभाग के कनीय अभियंता से नक्सलियों के नाम पर कई स्थानों पर पोस्टर चिपका कर रंगदारी मांगी थी। इस मामले में कई असामाजिक तत्वों को जेल की हवा भी खानी पड़ी थी। मामला शांत होते ही इस तरह की घटना फिर से शुरू हो गई है।

उधर पत्र मिलने के बाद क्षेत्र का शिक्षक समाज काफी सहमा हुआ है। मामले को लेकर टेटिया बंबर क्षेत्र के विभिन्न विद्यालयों के शिक्षकों में चर्चा व गहमागहमी का माहौल बना हुआ है।

Suggested News