CHAPRA : सारण जिले के गड़खा थाना अंतर्गत मोतीराजपुर गांव स्थित मदरसा में हुए बम ब्लास्ट में जख्मी मौलाना की उपचार के दौरान पटना में मौत हो गई है. जबकि उनका शिष्य गंभीर स्थिति में इलाजरत है. मृत मौलाना गड़खा थाना अंतर्गत मोतीराजपुर मदरसा के मौलाना 50 वर्षीय इमामुद्दीन बताए गए हैं जो मढौरा थाना अंतर्गत ओल्हापुर गांव निवासी स्वर्गीय सलाउद्दीन के पुत्र थे. वहीं गंभीर रूप से घायल उनका शिष्य मुजफ्फरपुर निवासी 15 वर्षीय नूर आलम बताया गया हैं. जो कि उस मदरसा में रहकर पढ़ाई करता था.
दरअसल मोतीराजपुर मदरसा परिसर में बीती रात्रि एक बम ब्लास्ट हुआ था. जिसमें मौलाना और उनका शिष्य दोनों गंभीर रूप से घायल हुए थे. गंभीर स्थिति में दोनों को निजी अस्पताल पहुंचाया गया था, जहां से बेहतर चिकित्सा के लिए उनको पटना रेफर किया गया था. जहां उपचार के दौरान मौलाना की मौत हो गई है. वही उनका शिष्य उपचार रत है. इस सूचना के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया. वहीं पुलिस मामले की छानबीन में जुटी हुई है कि बम कहां से आया और कैसे फटा.
इस घटना के संबंध में बताया जाता है कि बीती रात गड़खा थाना क्षेत्र के मोतिराजपुर गांव स्थित मदरसा परिसर में अचानक विस्फोट हो गया. धमाके की आवाज सुनकर वहां आसपास के लोग जुट गए. बम ब्लास्ट की इस घटना में मदरसा में रह रहे मढ़ौरा थाना क्षेत्र के ओल्हनपुर गांव निवासी मौलाना इमामुद्दीन के साथ एक 15 वर्षीय नूर आलम घायल हुए थे, जिसमें मौलाना की मौत इलाज के दौरान हुई है.
इस घटना के बाद पुलिस पदाधिकारियों की टीम मौके पर पहुंचकर जांच में जुटी हुई है. जांच के बाद ही इस मामले में विस्तृत जानकारी हासिल हो सकेगी कि बम कहां से आया और कैसे फटा. फिलहाल पुलिस ने मौलाना के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए छपरा सदर अस्पताल भेजा है, जहां शव का पोस्टमार्टम कराए जाने की प्रक्रिया की जा रही है.
छपरा से शशि की रिपोर्ट