NEW DELHI : एनडीए में चिराग पासवान की पार्टी लोजपारा को पांच सीटें मिलने की खबरों के बीच अब पशुपति पारस की पार्टी रालोजपा में टूट शुरू हो गई है। रालोजपा से खगड़िया सांसद महबूब अली कैसर ने यह साफ कर दिया है कि अगर चिराग पासवान उन्हें अपनी पार्टी से मौका देते हैं तो वह उनकी पार्टी से चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। महबूब अली कैसर ने अब फैसला चिराग पासवान के ऊपर छोड़ दिया है।
चिराग से मिलने पहुंचे थे कैसर
बता दें कि आज खगड़िया से दो बार सांसद रहे महबूब अली कैसर और वैशाली की सांसद वीणा देवी चिराग पासवान से मिलने के लिए पहुंचे थे। जहां से बाहर निकलने के बाद कैसर ने साफ कर दिया कि चिराग से बात हुई है। वह उनकी पार्टी से चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। इस दौरान महबूब अली कैसर ने पशुपति पारस की पार्टी को अलविदा करने के भी संकेत दे दिए। उन्होंने नीतीश कुमार का उदाहरण देते हुए कहा कि वह ऐसा कर सकते हैं तो मैं क्यों नहीं
खगड़िया पर बताया अपना दावा
महबूब अली कैसर ने इस दौरान खगड़िया सीट पर अपनी दावेदारी को मजबूत बताया। कहा कि यहां वह दो बार सांसद रहे हैं। इस दौरान यहां उन्होंने बहुत काम कराया है। ऐसे में यहां चुनाव लड़ने के लिए मेरी दावेदारी सबसे मजबूत है।
अब क्या करेंगे पशुपति पारस
जिस तरह से पशुपति पारस की पार्टी रालोजपा के पांच सांसदों में तीन ने साफ कर दिया है कि वह टिकट के लिए उनका साथ छोड़ने के लिए तैयार हैं। महबूब अली कैसर से पहले वीणा देवी ने चिराग के साथ जाने का ऐलान किया था। वहीं नवादा सांसद चंदन सिंह ने भी यह संकेत दिया है कि वह भी पार्टी छोड़ सकते हैं। ऐसे में अब रालोजपा में सिर्फ पशुपति पारस के अलावा प्रिंस राज ही बचे रह गए हैं।
REPORT - DHIRAJ SINGH