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मंत्री अशोक चौधरी ने बांधी मुख्यमंत्री की तारीफों की पुल, कहा- बाबासाहब के सपने को धरातल पर उतारे हैं

मंत्री अशोक चौधरी ने बांधी मुख्यमंत्री की तारीफों की पुल, कहा- बाबासाहब के सपने को धरातल पर उतारे हैं

KATIHAR.  शनिवार को कटिहार के मनिहारी में आयोजित भीम चौपाल सह संवाद कार्यक्रम में बिहार सरकार के भवन निर्माण विभाग मंत्री अशोक चौधरी ने जनसमूह को संबोधित किया। जहां उन्होंने मुख्यमंत्री की जमकर तारीफ की। अशोक चौधरी ने  बाबासाहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित की और कार्यक्रम का उद्घाटन किया। जिसके बाद उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि बाबासाहब का सपना इस देश के दलित वर्ग को मुख्यधारा से जोड़ने का था, जिसे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने धरातल पर उतारा है। इसके बाद अशोक चौधरी ने कटिहार जिला के ही हृदयगंज में आयोजित अनुमंडल स्तरीय "भीम चौपाल सह संवाद कार्यक्रम" में भाग लिया तथा वहां मौजूद कार्यकर्ता साथियों और आमजन को संबोधित किया। 

उन्होंने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस राज्य में बाबा साहब और महात्मा गाँधी के अभिवंचित वर्ग को मुख्य धारा के जोड़ने के सपने को मूर्त रूप दिया है, उसे साकार किया है। चौधरी ने कहा  कि वर्ष 2005 में जब से मुख्यमंत्री ने बिहार की बागडोर संभाली है, तब से लेकर आज तक उन्होंने अपने 17 वर्ष के कार्यकाल में सामाजिक, आर्थिक एवं राजनैतिक रूप से कैसे वंचित एवं दलित समाज सबल हो, सशक्त हो इसके लिए योजनाओं का निर्माण और बजट का प्रावधान किया और योजनाओं को धरातल पर उतारा है। 

चौधरी ने कहा कि हम अपने आप को गौरवशाली मानते हैं कि हमें ऐसे सशक्त और मज़बूत नेता के नेतृत्व में काम करने का मौका मिला है। जिसने राज्य के एक बड़े तबके, अभिवंचितों, महादलितों, अति पिछड़ों एवं महिलाओं को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए महत्वपूर्ण योजनाओं का निर्माण ही नहीं किया बल्कि वो धरातल पर इस बड़े तबके को लाभान्वित कर सकें, ऐसा सुनिश्चित किया। उन्होंने कहा कि नेता ने राज्य के एक बड़े अभिवंचित तबके को शिक्षित, आर्थिक रूप से सबल और राजनैतिक रूप से प्रबुद्ध करने का काम किया है।  

चौधरी ने कहा कि वर्ष 2005 में नीतीश कुमार ने बिहार की बागडोर सम्भाली थी। तब इस प्रदेश का बजट मात्र 23 हज़ार 885 करोड़ हुआ करता था लेकिन अपने अब तक के कार्यकाल में इसे अपनी दूरदर्शिता, कार्यकुशलता और वित्तीय प्रबंधन से इस बजट को वित्तीय वर्ष 2023-24 में 2 लाख 61 हज़ार 885 करोड़ तक पहुँचाया है।  

चौधरी ने आगे कहा कि नीतीश कुमार दूरदर्शी हैं और प्रदेश की जनता के विकास के प्रति अति संवेदनशील भी हैं। उनके नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2007 में पिछड़ा एवं अतिपिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग का नोडल विभाग के रूप में गठन किया तथा इसी वर्ष अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग का गठन भी किया गया।   वर्ष 2005-06 में पूरे समाज कल्याण विभाग का कुल बजट प्रावधान- 40.48 करोड़ था वहीं मुख्यमंत्री की दूरदर्शिता एवं कुशल वित्तीय प्रबंधन के परिणामस्वरुप वर्ष 2022-23 में केवल अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण का कुल बजट 2215.30 करोड़ है तथा इसके अलावा अतिपिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग का बजट वित्तीय वर्ष 2022-23 में 1878.53 करोड़ हो गया।

चौधरी ने कहा कि नेता ने बाबा साहब के आदर्शों को मूर्त रूप देने हेतु अनेक योजनाओं का सूत्रपात किया। अतिपिछड़ा परिवार से आने वाले हमारे युवा साथियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए मुख्यमंत्री ग्रामीण परिवहन योजना जैसी कई तरह की कल्याणकारी योजनाओं का निर्माण एवं सफलतापूर्वक क्रियान्वयन करवाया और यह प्रक्रिया अनवरत जारी है। देश में पहला ऐसा राज्य बिहार है जिसमें उनके नेतृत्व में मुख्यमंत्री सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना जैसी अनुकरणीय योजना लागू की गयी। जिसमें योजना के अन्तर्गत बिहार लोक सेवा आयोग, पटना द्वारा आयोजित संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा की प्रारम्भिक परीक्षा ) में उत्तीर्ण होने वाले अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के अभ्यर्थियों को अग्रेतर तैयारी हेतु एकमुश्त राशि पचास हजार रूपये तथा संघ लोक सेवा आयोग, नई दिल्ली द्वारा आयोजित सिविल सेवा प्रतियोगिता परीक्षा की प्रारम्भिक परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले छात्रों को एक मुश्त एक लाख रूपये दिए जाते हैं ताकि आर्थिक रूप से कमज़ोर अनुसूचित जाति/ जनजाति, अत्यंत पिछड़ा वर्ग के मेधावी छात्र - छात्राओं को निश्चिंत होकर आगे बढ़ने का अवसर मिल सके।  

चौधरी ने कहा कि  इसके अलावा राज्य के अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के युवा एवं युवतियों को सूक्ष्म एवं लघु उद्योग स्थापित करने के लिए मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति उद्यमी योजना के साथ कई ऐसी लाभकारी योजनाएं हैं जिनका कर्यान्वयन इस समाज के अंतिम व्यक्ति को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने में एक मज़बूत कड़ी का काम करती हैं।   

चौधरी ने वहां मौजूद कार्यकर्ता साथियों एवं आमजन से आग्रह किया कि जो नेता हमारे आने वाली पीढ़ी को आत्मनिर्भर, सशक्त और मज़बूत करने के लिए योजनाओं का निर्माण कर रहा है, जो चाहता है कि  एक बड़ी आबादी - महिलाओं, अति पिछड़ों और महादलितों की है, उसको साथ लेकर आगे बढ़ें, उसे मुख्य धारा से जोड़कर रखें और आने वाले इक्कीसवीं सदी के बिहार के नवनिर्माण में इनकी महत्वपूर्ण  भूमिका हो, ऐसे नेता, बिहार के विकास के महानायक नीतीश कुमार के साथ मज़बूती से खड़े रहे।  

कार्यक्रम में सांसद दुलाल चंद्र गोस्वामी, विधायक कौशल किशोर, विजय सिंह निषाद, पूर्व विधायक श्याम बिहारी राम, अजय पासवान, वीरेंद्र सिंह, पूर्व MLC सह कार्यक्रम प्रभारी भूमिपाल राय, प्रदेश महासचिव रंजीत कुमार झा, संजीव श्रीवास्तव, जिला अध्यक्ष शमीम इकबाल, पार्टी पदाधिकारियों और अनेक गणमान्यजन मौजुद थे। 

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