Bihar Voter List Revision:बिहार में वोटर लिस्ट से नाम काटे जाने की तलवार, आपका वोट, आपकी पहचान, 25 जुलाई तक फॉर्म नहीं भरा तो मिट सकती है पहचान!

चुनाव आयोग ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान का ऐलान कर दिया है, और ये किसी मामूली प्रक्रिया का हिस्सा नहीं, बल्कि एक ऐसा कदम है जिससे लाखों लोगों का नाम वोटर लिस्ट से बाहर हो सकता है!

Bihar Voter List Revision
:बिहार में वोटर लिस्ट से नाम काटे जाने की तलवार- फोटो : social Media

Bihar Voter List Revision: बिहार की सियासत में हलचल मचाने वाला एक बड़ा फैसला।चुनाव आयोग ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान का ऐलान कर दिया है, और ये किसी मामूली प्रक्रिया का हिस्सा नहीं, बल्कि एक ऐसा कदम है जिससे लाखों लोगों का नाम वोटर लिस्ट से बाहर हो सकता है!

जी हाँ, 26 जुलाई तक चलने वाले इस अभूतपूर्व अभियान में यदि आपने गणना फॉर्म नहीं भरा, तो समझ लीजिए कि आपका नाम मतदाता सूची से काट दिया जाएगा!

चुनाव आयोग का फरमान साफ है—'फॉर्म नहीं, वोट नहीं!'

हर जिले में बूथ लेवल ऑफिसर्स  की फौज उतार दी गई है। 8 करोड़ से ज्यादा गणना फॉर्म प्रिंट कराकर बीएलओ को थमा दिए गए हैं, जो अब दिन-रात घर-घर जाकर इन फॉर्मों को वोटरों तक पहुँचा रहे हैं। बीएलओ सिर्फ फॉर्म बांटेंगे ही नहीं, बल्कि उसे भरवाकर, फोटो और दस्तावेज समेत इकट्ठा भी करेंगे। ज़रा सी चूक, और मतदाता सूची से 'ग़ायब' हो जाएगा आपका नाम।

और अगर आप सोचते हैं कि आपने तो ऑनलाइन फॉर्म भर दिया है, तो भी सावधान हो जाइए! बीएलओ आपके घर आएंगे और ठिकाने की तस्दीक करेंगे। अगर उन्हें खबर मिली कि आप अपने क्षेत्र में लंबे समय से नहीं रह रहे, तो फौरन आपका नाम हटा दिया जाएगा।

इतना ही नहीं, इस महाअभियान की जाँच और निगरानी का सिस्टम भी चुस्त-दुरुस्त है। हर 10 बीएलओ पर एक सुपरवाइज़र की तैनाती की गई है, जो उनके काम का 10% निरीक्षण करेगा। जिलों में ईआरओ, एईआरओ, बीएलओ सुपरवाइज़र और बीएलओ के साथ नियमित बैठकें होंगी ताकि कार्य में कोई कोताही न हो। लापरवाही दिखी तो तुरंत कार्रवाई तय!

बात यहीं खत्म नहीं होती—एक विशेष अधिकारी ‘रोल ऑब्ज़र्वर’ को जिम्मा दिया गया है, जो 250 फॉर्म की सुपर चेकिंग करेंगे और उनमें से 50 का फील्ड वेरिफिकेशन भी होगा। यानी निगरानी भी 'सुपर टाइट'।

25 जुलाई से पहले फॉर्म भरिए, वरना अगली बार वोट डालने का हक़ छिन जाएगा।ये मौका है अपनी पहचान बचाने का, लोकतंत्र में अपनी हिस्सेदारी निभाने का!