DARBHANGA : देश के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आईआईटी) में दाखिले के लिए होने वाली संयुक्त प्रवेश परीक्षा जेईई एडवांस्ड 2021 का परिणाम शुक्रवार सुबह घोषित कर दिया गया। जिसमें दरभंगा के मिर्जापुर स्थित ओमेगा स्टडी सेंटर के बच्चों ने सपना को हकीकत कर दिखाया हैं। पूरे उत्तर बिहार से पहली बार किसी एक कोचिंग संस्थान से एक दर्जन से अधिक बच्चों को आईआईटी में नामांकन के लिए चयन किया गया है। पहले से ही संस्थान आईआईटी जेईई एवं नीट के बेहतर रिजल्ट के लिए जाना जाता है। अब इस कड़ी को आगे बढ़ाते हुए संस्थान ने आईआईटी जेईई एडवांस 2021 के रिजल्ट में वो करिश्मा कर दिखाया है जो सामान्यतः अविश्वसनीय प्रतीत होता है। संस्थान के चेयरमैन सुमन कुमार ठाकुर एवं मैनेजिंग डायरेक्टर सुमित कुमार चौबे ने अपने सभी सफल छात्र छात्राओं के साथ यह जानकारी साझा करते हुए बताया कि संस्थान के सफल बच्चों के श्रेणी में सफी आजम ने ऑल इंडिया रैंक 7633 वहीं कैटेगरी रैंक 849, गोपाल कुमार झा ऑल इंडिया रैंक 9200 कैटेगरी रैंक 1066, पंकज कुमार AIR 11990 कैटेगरी रैंक 2466, हिमांशु कुमार AIR 16267 केटेगिरी रैंक 2173, हर्ष कुमार मिश्रा AIR19632 कैटेगरी रैंक 2713, सोनू कुमार झा 21191 कैटेगिरी रैंक 2936, हर्ष कुमार झा AIR 21348 कैटेगरी रैंक 2970, अंशु आनंद AIR 24690 कैटेगिरी रैंक 3531, सौरभ झा AIR 27827 कैटेगिरी रैंक 4016 एंव सत्यम झा AIR 25682 हासिल कर आईआईटी के रिजल्ट में अपने संस्थान का पूरे राज्य में श्रेष्ठता सिद्ध किया है।
उन्होंने कहा की यह मिथिलांचल के लिए गौरव की बात है। यदि यहाँ के बच्चों को सही मार्गदर्शन दिया जाए तो सफलता उनके कदमों में होगा। संस्थान के चेयरमैन ने बताया कि इस बड़ी सफलता के पीछे संस्थान के मैनेजिंग डायरेक्टर सुमित कुमार चौबे का अथक मेहनत है एवं संस्थान के सभी शिक्षकगण का पूर्णत: समर्पित एवं संकल्पित योगदान है। विशेष रुप से संस्थान के शिक्षक मनीष पाठक, रुपेश कुमार, संतोष कुमार पंडित, जोगिंदर शाह एवं मैनेजमेंट टीम के प्रवीण कुमर, रौशन कुमार और अनुराग कुमार का विशेष योगदान रहा हैं।
संस्थान के एमडी सुमित चौबे ने बताया की आईआईटी में इस तरह का रिजल्ट देना किसी भी संस्थान के लिए काफी चुनौतीपूर्ण होता है। परंतु संस्थान के पास विशेष शिक्षकों की टीम एवं काफी मेहनती बच्चे हैं। जिनके बदौलत यह सब पिछले कुछ वर्षों से हमारे संस्थान ने रिजल्ट के मामले में मिसाल पेश किया हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि जिस प्रकार से इस परीक्षा को लेकर पूरी योजना बनाई गई थी। वह पूर्णत: सफल हुई। जिसमें रेगुलर क्लास, ऑनलाइन टेस्ट, रेगुलर डाउट क्लास एवं फोकस्ड सेल्फ स्टडी ने बच्चों को इतने बड़े परीक्षा में सफलता के लिए पूर्णत: तैयार किया। अंत में ठाकुर ने बताया कि अब गांव के बच्चे भी आईआईटी जा सकते हैं। यह संस्थान के बच्चों ने साबित कर दिखाया है एवं मिथिलांचल के अभिभावकों को विशेष रूप से धन्यवाद जिन्होंने संस्थान पर अपना भरोसा कायम रखा है। साथ ही संस्थान आने वाले नीट के बेहतर रिजल्ट को लेकर भी काफी उत्साहित है एवं आगे और बेहतर रिजल्ट के लिए सदैव कृतसंकल्पित हैं।
दरभंगा से वरुण ठाकुर की रिपोर्ट