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अपनी लापता बेटी को खोजने की गुहार लगाने एक मां पहुंची एसएसपी आवास, पुलिसकर्मियों ने कहा - साहब संडे को नहीं मिलते और डांट कर भगा दिया

अपनी लापता बेटी को खोजने की गुहार लगाने एक मां पहुंची एसएसपी आवास, पुलिसकर्मियों ने कहा - साहब संडे को नहीं मिलते और डांट कर भगा दिया

BHAGALPUR : माना जाता है कि पुलिसवाले 24 घंटे लोगों की सहायता के लिए काम करते हैं। लेकिन भागलपुर एसएसपी के लिए ऐसा नहीं कहा जा सकता है। कम से उनके सरकारी आवास पर ड्यूटी कर रहे पुलिसकर्मियों की बात सुनकर ऐसा ही लगता है। यहां अपनी 19 वर्षीय बेटी के लापता होने के बाद एसएसपी आवास मदद की गुहार लगाने पहुंची एक मां को यह कहा गया कि आज संडे और साहब संडे को किसी से नहीं मिलते हैं। इस दौरान कई घंटे तक वहां बैठे रहने के बाद पुलिसकर्मियों ने महिला को डांटकर वहां से भगा दिया। अब यह स्पष्ट नहीं है कि भागलपुर एसएसपी तक महिला की शिकायत पहुंची थी या नहीं या उनकी सेवा में कार्यरत पुलिसकर्मी खुद ही फैसला ले लेते हैं। 

यह है पूरा मामला

बताया गया कि मधुसुदनपुर थाना क्षेत्र के नूरपुर मोहल्ले  से 16 जुलाई को सुबोध कुमार निराला की 19 वर्षीय बेटी अपर्णा कुमारी सुबह घर से गायब हो गई। जिसके बाद परिजनों ने बच्ची की खोजबीन की और उसके बाद नहीं मिलने पर दोपहर में बच्ची के गायब होने की सूचना थाने को दी गई। जिसमें बच्ची को शादी की नीयत से बहला-फुसलाकर ले जाने का आरोप मोहल्ले के ही दीपक कुमार नामक युवक पर लड़की को भगाने का आरोप लगाया गया। लेकिन थाने में मामला दर्ज होने के बावजूद भी कोई कार्यवाही नहीं होता देख लापता लड़की के माता-पिता और भाई युवती की बरामदगी की गुहार लेकर वरीय पुलिस अधीक्षक बाबूराम के आवास पर देर शाम पहुंचे थे और यहां पर धरने पर बैठ गए। 

आज साहब किसी से नहीं मिलेंगे

मधुसुदनपुर थाना प्रभारी और एक पदाधिकारी जब परिजनों को समझा-बुझाकर घर भेजने के लिए पहुंचे तब, लड़की की मां पुलिस वालों के पैर पकड़ कर अपनी बच्ची को वापस लाने की मांग करने लगी। वही पुलिस वाले पीछे हटते नजर आए। परिजनों का आरोप है कि थाने की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई और वरीय पुलिस अधीक्षक के दर पर पहुंचने पर भी गार्ड के द्वारा यह कहा गया कि आज संडे है आज साहब नहीं मिल सकते। 

वही घंटों बैठने के बाद जब मीडिया कर्मी वहां से हट गए तब पुलिस वालों ने वहां से परिजनों को डांट फटकार कर भगा दिया। तीन घंटे से भी अधिक समय तक वरीय पुलिस अधीक्षक के आवास के सामने धरने पर बैठने के बाद अब पुलिस एक मां को उसकी बेटी वापस लाकर देती है कि नहीं देखने वाली बात है।


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