SITAMARHI : विभिन्न प्रदेशों से धार्मिक स्थल का दर्शन कराने आए पर्यटकों को लेकर पर्यटक बसों का एमवीआई के द्वारा चालान काटे जाने से नाराज पर्यटकों ने सोनबरसा मुजफ्फरपुर पथ को घंटो जाम कर हंगामा किया। पर्यटकों और बस संचालकों ने आरोप लगाया कि मनमाने ढंग से बतौर 46 हजार का चालान काट दिया गया है जो कि कही से उचित नहीं है। बस पर सवार पर्यटक महिला और पुरुष सड़क पर बैठकर इसका विरोध करने लगे।
जाम की सूचना पर पहुंची डुमरा थाना पुलिस ने आक्रोशित लोगों को समझाकर जाम को समाप्त कराया। टूरिस्ट ने बताया की बस की चाभी को जप्त करने के बाद परिवहन विभाग के पदाधिकारी अपने साथ ड्राइवर को ले गए। बताते चले कि गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान समेत अन्य राज्यों के टूरिस्ट नेपाल के जनकपुर धाम दर्शन के बाद सीतामढ़ी मां जानकी की जन्मस्थली दर्शन के लिए आ रहे थे।
राजस्थान से आये टूरिस्ट भगवती लाल प्रजापत ने बताया कि बस की परमिट फेल हो गई थी। ऑनलाइन चालान काटने का लगातार प्रयास किया जा रहा था। नेटवर्क में समस्या होने के कारण चालान नहीं कट पा रहा था। उन्होंने बताया कि चालान करीब 3300 का था। लेकिन पुलिस प्रशासन के द्वारा अत्याचार किया जा रहा है। जब हम लोगों ने कहा कि आगे हम लोग चालान ऑनलाइन जमा कर देंगे तो परिवहन विभाग के एमवीआई के द्वारा आगे भी देख लेने की धमकी दी गई। वही बसों को रोककर जबरन चाबी को जप्त कर लिया गया। साथ ही चालकों को अपने साथ बैठा कर ले गए।
बताते चले की डुमरा थाना क्षेत्र के लालू यादव चौक पर नो एंट्री रहती है। जिस कारण सभी टूरिस्ट बसों को वही रोक दिया गया। रास्ते से गुजर रहे परिवहन विभाग के एफवीआई के द्वारा सभी बसों की जांच की गई। जांच के दौरान चार बसों की परमिट फेल पाई गई। उक्त मामले को लेकर परिवहन विभाग के एमवीआई राकेश कुमार ने बताया कि प्रावधान के अनुसार जुर्माना किया गया है। चार बसों का परमिट नहीं था। जुर्माना के तौर पर कम से कम एक माह का टैक्स ₹12000 साथ ही उसकी तीन गुना पेनल्टी ₹36000 और 10000 परमिट उल्लंघन का जोड़कर 46000 चालान काटा गया है। जिसके बाद लोग आक्रोशित हो गए।
सीतामढ़ी से अविनाश की रिपोर्ट