PATNA : बिहटा के अम्हारा स्थित एनएसएमसीएच में आज एक नवजात को बचा लिया गया। दरअसल सात महीने कीं गर्भवती महिला कीं डिलीवरी, जो एक सरकारी अस्पताल में हुआ था। नवजात शिशु का कम वजन एवं सांस लेने की तकलीफ के कारण एनएसएमसीएच मे भर्ती किया गया। बच्चे को एनआईसीयू में रखकर डॉ ए.के. सहाय और उनकी टीम की देखरेख मे डॉ रजनीश कुमार, डॉ मनी शंकर ,डॉक्टर शंभू , डॉ गौरव ,डॉक्टर सचिन , डॉ पंकज द्वारा इलाज शुरू किया गया।
काफ़ी प्रयास के बाद बच्चे को एक महीना के सफलतापूर्वक इलाज के बाद बच्चे को बचा लिया गया। इलाज कर रहे डॉक्टरों ने बताया कि नवजात शिशु की हालात अब ख़तरे से बाहर है। बच्चा स्वस्थ हो चुका है और अच्छा हालात में है। जिसको देखते हुए नवजात शिशु के घर वालो ने डॉक्टरो की काफ़ी सराहना की और सभी को धन्यवाद दिया है।
बताते चलें की नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज एवं चिकित्सा महाविद्यालय ने कुछ दिन पहले ही महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। क्लीनिकल रिसर्च एथिकल कमिटी को भारत सरकार के स्वास्थ एवं परिवार कल्याण विभाग अंतर्गत स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग द्वारा पंजीकृत किया गया है, जिसकी वर्तमान में बिहार मेडिकल कॉलेज एकमात्र रजिस्टर्ड संस्था हैI इसमें स्वास्थ्य संबंधी रिसर्च द्वारा नवीनतम उपचारों की खोज करने और उसके संबंधित सारे परिणामों के बारे में जानकारी उपलब्ध होती हैI जो आने वाले समय में रोगियों के लिए अत्यंत लाभकारी होगाI