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'मांझी' की मांग को 'नीतीश' ने फिर से किया खारिज, कहा- न...न...ऐसी कोई बात नहीं है

'मांझी' की मांग को 'नीतीश' ने फिर से किया खारिज, कहा- न...न...ऐसी कोई बात नहीं है

PATNA: जीतनराम मांझी ने तेजस्वी यादव से बिहार में शराब खोलवाने की मांग कर एक बार फिर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर दबाव बढ़ाया है. पूर्व सीएम की मांग के 24 घंटे बाद ही सीएम नीतीश ने मांझी की डिमांड को खारिज कर दिया. समाधान यात्रा के तहत कैमूर पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जब जीतनराम मांझी की मांग के बारे में पूछा गया तो उन्होंने मांग मानने से साफ इनकार कर दिया. 

मांझी की मांग को नीतीश ने किया खारिज 

कैमूर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि शराबबंदी कानून हटाने की कोई बात नहीं है। पत्रकारों ने पूछा कि जीतनराम मांझी ने शराबबंदी कानून हटाने की मांग कर दी है. इस सीएम नीतीश ने कहा कि न..न वो है हीं हमारे साथ. पूछा गया कि वो तो शराबबंदी कानून पर विचार करने को कह रहे. इस पर नीतीश कुमार ने हाथ हिलाते हुए कहा कि, न...न ऐसी कोई बात नहीं है. 

बोधगया में दो दिन पहले सरकारी कार्यक्रम में जीतनराम मांझी ने पर्यटकों के बहाने तेजस्वी को इशारा करते हुए कहा कि आप मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कहिए कि वो शराब खोलवा दें। उन्होंने कहा कि पर्यटक यहाँ आते हैं और कुछ समय के बाद यहाँ से चले जाते हैं, यहाँ नहीं ठहरते हैं, तो सवाल यह है कि आखिर वो यहाँ क्यों नहीं ठहरते ? क्यों कि हमने उनके रहने और खाने की व्यवस्था नहीं की, इसलिए वे चले जाते हैं। उनके जाने से हमें विदेशी मुद्रा का नुकसान होता है ।

बता दें, गया में हो रहे एक कार्यक्रम में उन्होंने तेजस्वी यादव को इशारों ही इशारों में शराब पर से प्रतिबंध हटाने की मांग करने लगे । उन्होंने कहा कि तेजस्वी जी आप नीतीश जी से कहिए  कि आप शराब पर से प्रतिबन्ध हटा लीजिए । ऐसा आप भी उनसे कहिये और मैं भी अंदर ही अंदर से कहूँगा। उन्होंने यह भी कहा कि आपने जो इस पर प्रतिबन्ध लगा दिया है न इसी को कहते हैं- अति सर्वत्र वर्जयेत .यानी अगर नींबू को ज्यादा ऐंठ दीजियेगा तो वह तीता हो जाता है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि मेरे कहने का तात्पर्य यह है कि अगर आप गया और बिहार में पर्यटन को आगे बढ़ाना चाहते हैं तो उस "चीज" के बिना यह सब फीका है। अगर वह काम यहाँ छुट जाय यानी शराबबंदी ख़त्म हो जाय तो हमारा बोध गया दस गुना आगे बढ़ जाएगा|।  

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