नीतीश जी, जनता को अस्पतालों में कब मिलेगी ऐसी सुविधा ! निजी अस्पताल में भर्ती मुख्य सचिव को लेकर चिराग पासवान ने दागा सवाल

पटना. बिहार के मुख्य सचिव आमिर सुबहानी की तबीयत खराब चल रही है. उन्हें बिहार के अत्याधुनिक अस्पतालों में एक पारस में दाखिल कराया गया है. मुख्य सचिव की तबीयत खराब होने के जानकारी मिलते ही शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनका हाल जानने पारस अस्पताल पहुंचे. उन्होंने आमिर सुबहानी से बातचीत की और उनके स्वास्थ्य के संबंध में जानकारी ली। साथ ही अस्पताल के चिकित्सकों से ही उनके स्वास्थ्य को लेकर जानकारी ली.
हालांकि नीतीश का आमिर सुबहानी का हाल जानने के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस अस्पताल में जाने पर लोजपा (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने उन्हें बिहार के आम लोगों की चिंता करने की नसीहत दी है. चिराग ने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘अच्छा लगा आज जब आप मुख्य सचिव के स्वास्थ की जानकारी लेने अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस अस्पताल पहुंचे। मैं भी मुख्य सचिव के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूँ पर आपसे आम बिहारियों के स्वास्थ की चिंता की भी उम्मीद रखता हूँ। क्या आपने उन अस्पतालों का कभी निरीक्षण किया जहां मोतियाबिंद के ऑपरेशन में आंखे निकाल ली जाती हो , जहां अस्पतालों में बारिश का पानी भरा हो , जहां बेड और ऑक्सीजन की कमी हो और जहां जांच सुविधाओं के अभाव में मरीज दम तोड़ देते हो।‘
दरअसल, बिहार के कई अस्पतालों की तस्वीरें सामने आती रही हैं जब वहां बारिश का पानी टपकता दिखा है. कभी छत से प्लास्टर झड़कर मरीजों और चिकित्साकर्मियों पर गिरा है. यहां तक कि मोतियाबिंद के ऑपरेशन में आंखे निकाल लेने के मामले में न्यायालय ने भी सख्त टिप्पणी की है. बिहार में चिकित्सा व्यवस्था की इस दयनीय स्थिति और अनियमितता को लेकर चिराग ने नीतीश कुमार को उन सबका स्मरण कराया है. साथ ही उन्हें नसीहत दी है कि आप अगर इसी तर्ज पर बिहार के जर्जर अवस्था वाले उन अस्पतालों का भी निरीक्षण करेंगे तो यह आम आदमी के हित में होगा.
गौरतलब है कि स्वास्थ्य विभाग का जिम्मा सम्भालने के बाद तेजस्वी यादव ने पटना के पीएमसीएच का औचक निरिक्षण किया था. उस दौरान उन्हें कई प्रकार की अनियमितता दिखी थी. बाद में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को इसके लिए जोरदार फटकर भी लगाई थी. तेजस्वी ने कई अहम निर्देश भी दिया है लेकिन अब तक राज्य के अस्पतालों में अनियमितता के कई मामले उजागर होते रहे हैं. ऐसे में राज्य के मुख्य सचिव के निजी अस्पताल में उपचार कराने और वहां नीतीश कुमार के जाने पर चिराग ने राज्य सरकार को आइना दिखाया है.