BEGUSARAI : बेगूसराय में नीतीश कुमार हत्या मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. बताया जा रहा है की महज 100 रुपये के विवाद में नीतीश कुमार की जान गलतफहमी में चली गईं. हत्यारों की मंशा किसी और की जान लेने की थी. लेकिन गलती से नीतीश कुमार जो उस विवाद को सुलझाने के लिए पंचायती करने आया था. अपराधियों ने उसी को ताबड़तोड़ गोलियां दाग दी. जिससे नीतीश की मौत हो गयी.
क्या है मामला
दरअसल लोहियानगर ओपी क्षेत्र के लोहियानगर रेलवे गुमटी के पास अपराधियों ने 12 मार्च को सरेशाम नीतीश कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इसके बाद आक्रोशित लोगों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए न सिर्फ एसपी कार्यालय का घेराव किया था. बल्कि वहां जमकर बवाल भी काटा था.
इस गुत्थी को सुलझाते हुए अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी राजन सिन्हा ने बताया कि यह हत्या चाय पीने के बाद चाय दुकानदार और अपराधियों के बीच महज 100 रुपये के लेनदेन के विवाद से शुरू हुआ था. इसके बाद नीतीश कुमार की हत्या उन लोगों ने कर दी जो खुद उसी के पक्ष से झगड़े को समाप्त करने के लिए पंचायती करने गया था. लेकिन अपराधियों ने सही पहचान नहीं होने की वजह से नीतीश को ही निशाना बना लिया और उसकी हत्या कर दी थी.
इस मामले को सुलझाने के लिए अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी राजन सिन्हा ने एक विशेष छापामारी दल का गठन किया. जिसके द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण और आसपास के सी०सी०टी०वी० फुटेज का अवलोकन किया गया. वहीं मटिहानी थाना क्षेत्र के रामदीरी निवासी कन्हैया सिंह के पुत्र शान्तनु कुमार को गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार अभियुक्त ने उक्त कांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार करते हुए अपने अन्य साथियों के नाम भी बताये हैं. उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस सघन छापामारी कर रही है.
बेगूसराय से कृष्णा की रिपोर्ट