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लंबी चर्चा के बाद धराशाही हुआ अविश्वास प्रस्ताव, मेयर और उप मेयर ने हासिल किया पार्षदों का विश्वासमत

लंबी चर्चा के बाद धराशाही हुआ अविश्वास प्रस्ताव, मेयर और उप मेयर ने हासिल किया पार्षदों का विश्वासमत

BHAGALPUR: भागलपुर नगर निगम में पिछले एक सप्ताह से जारी नगर सरकार पर संकट अब पूरी तरह से टल चुका है। वहीं 28 पार्षदों के हस्ताक्षर युक्त अविश्वास प्रस्ताव भी लंबी चर्चा के बाद पार्षदों के संख्याबल की कमी होने के कारण खारिज हो चुका है। इसके साथ ही मेयर सीमा साह और उप मेयर राजेश वर्मा अपनी कुर्सी बचाने में सफल रहे। इन सब के बीच आश्चर्यजनक ये भी रहा कि अविश्वास प्रस्ताव के लिए आयोजित चर्चा में मेयर और उप मेयर समेत केवल 24 पार्षद ही पहुंचे।

 सांसद और विधायक पर लगाया साजिश का आरोप

अविश्वास प्रस्ताव खारिज होने के बाद उप मेयर राजेश वर्मा ने गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे , पूर्व मेयर सह जदयू नेता दीपक भुवानियां और कांग्रेस के भागलपुर  विधायक अजीत शर्मा  पर जमकर जुबानी हमला किया है। उन्होंने कहा कि सांसद निशिकांत दुबे, पूर्व मेयर और विधायक अजीत शर्मा ने एक साथ मिलकर इस घिनौनी घटना को अंजाम दिया है। राजेश वर्मा ने कहा कि ऐसे लोगों को महादेव सद्दबुद्धी दे कि आगे से ये लोग ऐसा काम नहीं करे। इसी दौरान मेयर सीमा साह ने कहा कि सांसद निशिकांत दुबे, पूर्व मेयर दीपक भुवानियां और विधायक अजीत शर्मा इतना निम्न स्तर का राजनीति कर सकता है ऐसी उम्मीद नहीं थी| मेयर ने कहा कि कोरोना काल के बाद अब विकास कार्य में गतिशीलता लाने की बारी थी। लेकिन इन लोगों ने विकास की सारी योजनाओं को ध्वस्त कर दिया। वहीं दूसरी ओर विपक्षी खेमे के उप मेयर प्रत्याशी सह पार्षद उमर चांद ने कहा कि भले ही आज उनका अविश्वास प्रस्ताव खारिज हो गया है। लेकिन उनका हौंसला अभी भी बुलंद है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जो पार्षद आज चर्चा में नहीं आए वह शहर में विकास के विरोधी हैं।


पुष्प माला पहनाकर और मिठाई खिलाकर मनाई खुशी

अविश्वास प्रस्ताव खारिज होने की जानकारी मिलने के पश्चात मेयर और उपमेयर जैसे ही बाहर निकले उन्हें पुष्प माला पहनाने और मिठाई खिलाने के लिए समर्थक पार्षदों की भीड़ लग गई। सभी ने दोनों को पुष्प माला पहनाकर उन्हें जीत की बधाई दी। पार्षदों ने इस दौरान जमकर आतिशबाजी भी किया। पटाखों की तड़तड़ाहट से निगम परिसर गूंज रहा था। पार्षदों ने इस दौरान एक ओर जहां मेयर और उप मेयर के पक्ष में जय-जयकार किया तो वहीं सांसद, पूर्व मेयर और विधायक के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया है।

पिछले 2 दिसम्बर को 28 पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव के पत्र पर किया था हस्ताक्षर

पिछले 2 दिसम्बर को मेयर और उप मेयर के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के पत्र पर 28 पार्षदों ने हस्ताक्षर किया था। लेकिन इन 28 पार्षदों में केवल 22 पार्षद ही पहुंचे। वहीं दूसरी ओर नगर सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए जिला पदाधिकारी प्रणव कुमार के द्वारा जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी अरुण कुमार सिंह को चुनाव पर्यवेक्षक और अवर योजना पदाधिकारी राजकुमार जयसवाल को मजिस्ट्रेट के रूप में प्रतिनियुक्त किया गया था। वहीं चर्चा के दौरान सभा की अध्यक्षता कर रहे वार्ड 42 के पार्षद सरयुग प्रसाद साह ने बताया कि उन्हें मौजूद पार्षदों ने सर्वसम्मति से अध्यक्ष बनाया था। उन्होंने बताया कि विरोध में  पर्याप्त संख्या बल नहीं रहने के कारण अविश्वास मत खारिज हो गया है। ऐसे में जो भी पार्षद वहां मौजूद थे उन्होंने मेयर से शहर में विकास कार्य में गतिशीलता लाने की अपील की है। अविश्वास प्रस्ताव के मामले में चर्चा और वोटिंग के लिए प्रतिनियुक्त अरुण कुमार सिंह ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में पर्याप्त नहीं पहुंचे थे। जिसके कारण अविश्वास प्रस्ताव खारिज हो गया।

अंजनी कुमार कश्यप की रिपोर्ट

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