West champaran : प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के रोकथाम के लिए बिहार सरकार द्वारा पूरे बिहार में एकबार फिर लॉक डाउन लगाया गया है। वहीं इसके चेन को तोड़ने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा हैं।
सीएम नीतीश कुमार ने पूरे प्रदेश में कोरोना जांच को तेज किये जाने का आदेश जारी किया है। जिससे कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। लेकिन पश्चिमी चम्पारण में उनके इस आदेश की सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है।
जिले के नरकटियागंज अनुमण्डल अस्पाल में अलग ही खेल चल रहा हैं। यहां कोरोना के लक्षण दिखने पर जांच के लिए पहुंच रहे मरीजो की जांच की जगह उन्हें बैरंग वापस किया जा रहा है। जांच नहीं होने से कोरोना के लक्षण वाले लोग दहशत में है। स्थिति यह हो गई है कि दहशत और भय में जी रहे ये लोग अब मीडिया का सहारा ले रहे है।
आज एक ऐसी ही घटना सामने आई है। जब नरकटियागंज अनुमण्डल अस्पताल में कोरोना संक्रमण के लक्षण पर इलाज कराने पहुंचे व्यक्ति की जांच नहीं हुई तो उसने इस बात की खबर मीडिया को दी। जब मीडियाकर्मी वहां पहुंचे तो उसने बताया कि गुरुवार से ही वह जांच के लिए दौड़ रहा है, लेकिन जांच नहीं की जा रही है। परिजनों ने बताया कि हॉस्पिटल स्टाप सुबह से बैठा कर रखे हैं।
वहीं इस बावत जब अनुमण्डल अस्पताल के पीएच डब्लू सुरेश मिश्रा से पूछे जाने पर वे सफाई देते नजर आए।
बेतिया से आशीष की रिपोर्ट