आशुतोष शाही हत्याकांड में गिरफ्तार कुख्यात मंटू शर्मा मुजफ्फरपुर से भाग गया था तमिलनाडु के रामेश्वरम, बिहार एसटीएफ ने सिनेमाई अंदाज में दबोचा

मुजफ्फरपुर. बिहार पुलिस ने मुजफ्फरपुर में हुए आशुतोष शाही हत्याकांड में आरोपियों को पकड़ने में कामयाबी हासिल कर ली है. बिहार एसटीएफ ने आशुतोष शाही और उसके 3 बॉडीगार्डों के हत्या के आरोपी कुख्यात मंटू शर्मा और उसके शार्प शूटर गोविंद झा को तमिलनाडु के रामेशवरम से गिरफ्तार किया है. दोनों की गिरफ्तारी से पुलिस ने अब इस हत्याकांड की बड़ी गुत्थी सुलझाने में सफलता पाई. लेकिन बिहार एसटीएफ को मंटू शर्मा तक पहुंचने के लिए के लिए काफी कड़ी मशक्कत करनी पड़ी.
पुलिस सूत्रों के अनुसार 21 जुलाई को जब आशुतोष शाही और उनके अन्य साथियों को गोलियों से छलनी कर दिया गया तो उसी समय से हत्याकांड को अंजाम देने में शक की सुई मंटू शर्मा और गोविंद पर गई. बाद में आशुतोष की पत्नी ने भी प्राथमिकी में मंटू शर्मा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. वहीं आरोपों से घिरने के बाद मंटू शर्मा ने सुरक्षित ठिकाना तलाशने के लिए बिहार से बाहर का रुख कर लिया. सूत्रों के अनुसार मंटू और गोविंद घटना के ठीक बाद मुजफ्फरपुर से बाहर निकल गए. वे वहां से अलग अलग जगहों पर ठिकाना बदलते रहे.
वहीं पुलिस ने जब एक साथ बिहार और बाहर के कई राज्यों में तलाशी अभियान की शुरुआत की तो मंटू अपने साथियों के साथ मुंबई फरार हो गया. फिर वहां से वह तमिलनाडु के चेन्नई और अंत में रामेशवरम जाकर छिप गया. वहीं पुलिस भी तकनीकी अनुसंधान और मंटू से जुड़े उसके तमाम साथियों पर दबिश बनाने लगी. इसी में उसके ठिकाने और लोकेशन के अलग अलग जगहों की जानकारी मिली. अंत में उसे रामेशवरम में लोकेट किया गया और एसटीएफ ने उसे गिरफ्तार करने में सफलता पाई.
मंटू शर्मा और गोविंद को अब बिहार पुलिस वहां से बिहार लाने की तैयारी में है. अब मंटू और गोविंद दोनों को पुलिस तमिलनाडु से रिमांड पर लेकर बिहार लाएगी जिसके बाद आशुतोष शाही हत्याकांड के कारणों का खुलासा होगा. विशेषकर इस हत्याकांड के पीछे की मूल वजह और किन लोगों ने गोलियां चलाई उसका खुलासा हो सकेगा. इस बीच गुरुवार दोपहर बिहार पुलिस इस गिरफ्तारी से जुड़े सभी तथ्यों पर अधिकारिक बयान जारी कर सकती है.