PATNA : मुख्यमंत्री पद को लेकर जदयू और राजद नेताओं के बीच जिस तरह से बयान जारी किए गए, उसको लेकर लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव खासे नाराज बताए जा रहे हैं, यही कारण है कि अब राजद प्रदेश अध्यक्ष ने यह आदेश जारी कर दिया है कि अनावश्यक बयानबाजी करने पर रोक लगा दी है। प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने इस संबंध में सभी सांसदों, विधायकों, विधान पार्षदों, पार्टी पदाधिकारियों व नेताओं को स्पष्ट हिदायत दी है। उनको स्पष्ट कहा गया है कि गठबंधन, सरकार या नेतृत्व को लेकर कोई बयानबाजी नहीं करेंगे।
खुद जगदानंद सिंह के बयान से शुरू हुआ था विवाद
दो दिन पहले राजद के प्रदेश अध्यक्ष ने मीडिया के सामने यह बयान दिया कि 2023 में नीतीश कुमार अपनी मुख्यमंत्री की गद्दी तेजस्वी यादव को सौंप देंगे और खुद पूरी तरह से केंद्र की राजनीति के तरफ सक्रिय हो जाएंगे। लेकिन, जब इस मामले पर जदयू के लोगों ने नाराजगी जाहिर की, खुद तेजस्वी यादव को बयान देना पड़ा कि वह मुख्यमंत्री बनने की इच्छा नहीं रखते हैं। इसके बाद अब जगदानंद सिंह ने खुद अपनी कही बातों को पीछे रखते हुए सभी पार्टी नेताओं को अनावश्यक बातों से दूर रहने के निर्देश दिया है।
सिर्फ तेजस्वी को दिया गया हक
जारी आदेश में कहा गया है कि गठबंधन, नेतृत्व और उनसे जुड़े किसी तरह के फैसलों पर अधिकारिक रूप से सिर्फ तेजस्वी यादव ही बात करेंगे। जाहिर है कि जिस तरह के राजद नेताओं को बोलने पर रोक लगाई गई है, उसके बाद अब विपक्ष को एक बार फिर मौजूदा नेतृत्व को घेरने का मौका मिल गया है।