Desk: देश में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 17 हजार को पार कर गया है. स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, अब तक कुल मरीजों की संख्या 17265 हो गई है. इसमें से 547 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. ऐसे में इस बीमारी से बचने का फिलहाल एकमात्र उपाय सोशल डिस्टेंसिंग है. लेकिन सरकार करे तो क्या करे जब जनता ही कुछ सुनने को तैयार नहीं है. बिहार में सीएम नीतीश ने कोरोना संक्रमण से बचने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है लेकिन सासाराम और मुजफ्फरपुर की तस्वीर बहुत डराती है.
पहली खबर रोहतास से जहां लोगों को अपनी जान की फ्रिक उतनी नहीं है जितनी की मछली खाते वक्त मिलने वाले स्वाद से है. मामला बिक्रमगंज के मछली बाजार का है. जहां लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का जरा भी ख्याल नहीं रखा और भीड़भाड़ लगाकर मछली बाजार में मछली खरीदते दिखे.
दूसरी तस्वीर मुजफ्फरपुर की है. जहां लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का मजाक बना कर रख दिया है. लोगों को वहां जैसे ही खबर लगी की ओपीडी सेवा शुरू हो गई है लोगों ने लंबी कतार बनानी शुरू कर दी. किसी को कोई फ्रिक नहीं है कि सोशल डिस्टेंस नहीं मेनटेन करने की सूरत में कोरोना के संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है.
आपको बता दें कि लॉकडाउन 2.0 का आज छठवां दिन है. लॉकडाउन के दूसरे चरण के पूरे होने में अब 13 दिन बाकी है. आज से देश के कुछ इलाकों में लॉकडाउन में छूट दी गई है. लेकिन लॉकडाउन तभी सफल हो सकता है जब सरकार के दिए गए निर्देशों पर जनता अमल करेगी.