पटना. दशहरा के बाद मरीजों की परेशानी बढ़ने वाली है। दरअसल छह अक्टूबर को सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर कार्य बहिष्कार करेंगे। आउटडोर में मरीजों के स्वास्थ्य की जांच नहीं करेंगे। हालांकि डॉक्टर इमरजेंसी एवं इंडोर में भर्ती मरीजों का इलाज जारी रखेंगे।
बिहार स्वास्थ्य सेवा संघ (भासा) ने बताया कि 6 अक्टूबर को डॉक्टरों द्वारा ओपीडी बहिष्कार किए जाने का समर्थन डेंटल हेल्थ सर्विसेज एसोसिएशन ने भी दिया है। उन्होंने बताया कि चिकित्सकों ने कार्य की अवधि के निर्धारण, बायोमेट्रिक्स से उपस्थिति दर्ज कराने की अनिवार्यता समाप्त करने सहित विभिन्न मांगों को लेकर डॉक्टर कार्य बहिष्कार करेंगे।
राज्य की स्वास्थ्य सेवा के आकर्षणहीन होने, कार्यस्थल पर कार्य करने में असुविधा, असुरक्षा, बढ़ते प्रशासनिक अपमानजनक व्यवहार, कम वेतन, प्रोन्नति के अभाव से ऊबकर 705 डॉक्टर नौकरी छोड़कर दूसरे स्थानों पर जा चुके हैं। वहीं, बिहार तकनीकी सेवा आयोग की प्रथम नियुक्ति प्रक्रिया के दौरान लगभग 6200 पदों के लिए काउंसिलिंग में बड़ी संख्या में चिकित्सक आये नहीं यदि आये भी तो नियुक्त होने के बाद योगदान नहीं दिया।