DESK : हार्दिक पटेल (Hardik Patel) क्या कांग्रेस का दामन छोड़ जल्द भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में आने वाले हैं? वॉट्सऐप पर लगाई गई उनकी नई फोटो से लग रहे कयास और मजबूत हो गए हैं. वॉट्सऐप की नई डीपी (डिस्पले पिक्चर) में हार्दिक पटेल भगवा गमछा पहने दिख रहे हैं. हार्दिक पटेल ने वॉट्सऐप और टेलीग्राम की डिस्पले फोटो बदली है
हार्दिक 2015 में तब लाइमलाइट में आए थे जब उन्होंने पाटीदार आरक्षण आंदोलन का नेतृत्व किया था जिसके कारण तत्कालीन सीएम आनंदीबेन पटेल को हटा दिया गया था। गुजरात में पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी को लगभग हार के कगार पर पहुंचाने में पटेल आंदोलन की बड़ी भूमिका थी। इस आंदोलन का नेतृत्व करनेवाले हार्दिक पटेल गुजरात के नए नेता बनकर राष्ट्रीय स्तर पर उभरे। भाजपा विरोधी होने के कारण कांग्रेस ने उन्हें अपनी पार्टी में शामिल कराया। उन्हें पार्टी के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। लेकिन तीन साल तक पार्टी की प्रदेश में जिम्मेदारी संभालने के बाद हार्दिक पटेल को कोई भी फैसला लेने का अधिकार नहीं दिया गया। जिसको लेकर कई बार हार्दिक पटेल अपनी नाराजगी जाहिर कर चुके हैं।
शुक्रवार को ही उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व की आलोचना की थी। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि पार्टी में युवाओं की कदर नहीं है। पार्टी मेरे साथ भी वही कर रही जो राजस्थान में सचिन पायलट के साथ किया था। उन्होंने यहां तक कह दिया था कि कांग्रेस में उनकी हालत ऐसी हो गई है हार्दिक पटेल ने कहा था कि उनकी नाराजगी राहुल गांधी, प्रियंका गांधी या सोनिया गांधी से नहीं है, बल्कि स्टेट लीडरशिप से है.
अभी बीजेपी में नहीं जा रहा
क्या वे भाजपा में जा रहे हैं, इसके जवाब में हार्दिक ने कहा, 'भाजपा में शामिल होने का कोई विचार नहीं है। जब भी मैं इस तरह का राजनीतिक निर्णय लेने की स्थिति में रहूंगा तो सबको बताऊंगा। अगर मैं लोगों के हित में ऐसा निर्णय लेता हूं तो मैं घोषणा करने में संकोच नहीं करूंगा।' उन्होंने यह भी कहा कि मैं जो भी फैसला करूंगा वह गुजरात के लोगों के हित में होगा।
राज्य में भाजपा सरकार की नीतियों की सराहना करने पर पटेल ने कहा, 'मैंने यह पूरी ईमानदारी से कहा है कि विरोधी की ताकत को स्वीकार करना ही उचित है। चाहे वह भाजपा हो या सपा या कोई अन्य पार्टी। कुछ चीजें हैं जो हम उनसे सीख सकते हैं और अपना सकते हैं। हमें लोगों की समस्याओं को आवाज देने के लिए अपनी रणनीति बनाते समय ऐसी ताकत का इस्तेमाल करना चाहिए।'
हिन्दू होने पर जताया था गर्व
खुद को हिंदूवादी नेता कहने के बारे में विस्तार से पूछे जाने पर हार्दिक पटेल ने जवाब दिया, 'मैं रघुवंशी वंश से हूं। हम लव-कुश के वंशज हैं। हम भगवान राम, भगवान शिव और देवी-देवताओं का सम्मान करते हैं। हम हिंदू को संरक्षित करने के लिए हर संभव प्रयास करते हैं। मुझे हिंदू होने पर गर्व है।'
लड़ सकते हैं चुनाव
इस महीने की शुरुआत में सुप्रीम कोर्ट ने 2015 के दंगों के मामले में हार्दिक पटेल की सजा पर रोक लगा दी थी। अब हार्दिक 2022 का विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं। अब अगर हार्दिक बीजेपी के साथ जाते हैं, तो गुजरात चुनाव में बीजेपी को पटेल वर्ग का सीधा समर्थन हासिल होगा