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मार्च में ही गहराने लगा पेयजल का संकट, महादलित बस्ती में नल जल की निकली हवा

मार्च में ही गहराने लगा पेयजल का संकट, महादलित बस्ती में नल जल की निकली हवा

कैमूर। जिले के मोहनिया नगर पंचायत वार्ड नंबर 11 के महादलित बस्ती में जहां लगभग 300 लोगों का आबादी वहां  चापाकल तो देखने से दिखाई देता है कि सरकार चापाकल लोगों के पीने के पानी के लिए गाड़ रखा है लेकिन वह सिर्फ एक मात्र शोभा बना हुआ है, 7 चापाकल में एक चापाकल सुचारु रुप से चालू है, 6 चापाकल तो बरसों से खराब है। विभाग को भी नहीं उसकी सुध है कि उनका चापाकल  कहां पर गड़ा हुआ है। महादलित बस्ती में लोग पानी पीने के लिए  बेचैन है कोई खरीद के पानी पीता है तो किसी के पास नगर पंचायत के द्वारा टैंकर पहुंचा दिया जाता है। टैंकर के भी पानी ज्यादा समय तक नहीं चल पाता दो-तीन दिन में खत्म हो जाता है । जब टैंकर दलित बस्ती में पहुंचता है तो पानी की जैसे लूट और हाय तौबा मच जाती है। यह स्थिति तब है जब नीतीश सरकार हर घर नल का जल योजना को लेकर गंभीर नजर आती है। लेकिन इस बस्ती में योजना का कोई असर नजर नहीं आता है।

वहीं महादलित बस्ती के पप्पू कुमार बताते हैं यहां 300 घरों की बस्ती है सात चापाकल है जिसमें एक चापाकल चलता है और बाकी सारे चापाकल बंद है। नल जल योजना के तहत महादलित बस्ती में दिखावे के लिए हर घरों के आसपास पाइपों का जाल फैला दिया गया है लेकिन उसमें आज तक पानी नहीं पहुंचा लोगों के पास  

बस्ती के पप्पू कुमार बताते हैं कि हम लोग चंदा इकट्ठा कर कर के पानी खरीद के पीते हैं। चापाकल को ठीक कराने के लिए कई बार विभाग में गए लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है । नगर पंचायत के द्वारा टैंकर का पानी भेज दिया जाता है पानी खत्म हो जाता है तो हम सभी लोग चंदा इकट्ठा करके दो ₹200 का पानी खरीद के पीते हैं। वहीं दलित बस्ती की एक ग्रामीण महिला बताती हैं कि वर्षों से चापाकल खराब पड़ा है कभी बाजार में जाकर पानी हम लोग भर के लाते हैं तब पानी पीने का काम करते हैं। टैंकर में जब पानी खत्म हो जाता है तो एक निजी घर से ₹200 देकर पानी खरीदने का काम करते हैं। हम लोगों के लिए सरकार के पास कोई व्यवस्था ही नहीं। 

वहीं नगर पंचायत के कार्यपालक अधिकारी बताते हैं कि वार्ड नंबर  11 में से महादलित बस्ती में दो योजनाएं हैं, 1 वार्ड में बोरिंग की समस्या आई हुई है उसे दिखाया जा रहा है और दूसरे वार्ड में मेरे इंजीनयर  लगे हुए हैं दूसरे वार्ड में पेयजल की आपूर्ति करने के लिए टैंकर से पानी भेजा जा रहा हैं जिससे पेयजल के संकट ना  रहे और जो चापाकल खराब है शहर के अंदर सभी का मरम्मत कराने के लिए पीएचईडी विभाग से जांच करवा कर जल्द ही दुरुस्त करा दिया जाएगा। ताकि पेयजल का संकट ना गहराए।


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