N4N DESK : रामविलास पासवान एनडीए के
संकटमोचक की भूमिका में हैं। गुरुवार को उन्होंने बिहार के सीएम नीतीश कुमार से
बात की। इसके बाद उन्होंने कहा कि बिहार में एनडीए मजबूती से एकजुट है और हम साथ
मिल कर ही लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे । पासवान ने नीतीश से बात करने के पहले बीजेपी
नेताओं से भी बात की थी। इसके बाद उन्होंने बिहार एनडीए पर अपनी राय रखी।
रामविलास पासवान का यह बयान तब आया है जब बिहार एनडीए के
घटल दल सीट शेयरिंग पर अलग-अलग राग अलाप रहे हैं। इन बयानों से जो भ्रम की स्थिति पैदा
हुई है उससे एनडीए की किरकिरी हो रही है। बीजेपी ने हालात को पटरी पर लाने के लिए
रामविलास पासवान को मोर्चे पर लगाया है। अमित शाह ने पासवान को बताया है कि वे
कथित मतभेद की खबरों पर ध्यान न दें। सहयोगी दलों के वरिष्ठ नेता जब एक साथ
बैठेंगे तो सारी बातें तय हो जाएंगी।
पासवान ने कहा कि एनडीए के हम सभी लोग एक ही जहाज पर सवार
हैं। ऐसे में भला कोई एक जहाज को क्यों डूबोएगा। कोई भी डूबना क्यों मंजूर करेगा।
उन्होंने कहा कि जब बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह 12 जुलाई को बिहार दौरे
पर जाएंगे तो उम्मीद है कि वे नीतीश कुमार से भी मुलाकात करेंगे।
रामविलास पासवान के मुताबिक नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद के
स्वास्थ्य की जानकारी लेने के लिए राजद प्रमुख या उनके सहयोगियों को चार फोन किये
हैं। इस फोन कॉल को राजनीति से जोड़ना ठीक नहीं।