PATNA: कई देशों में मंकी पॉक्स के मरीज मिलने के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत में भी संक्रमण की आशंका जताई है। ऐसे में बिहार में भी स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन इसको लेकर अलर्ट मोड पर है। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग ने एडवाइजरी भी जारी की है। पटना एयरपोर्ट सहित कई जगहों पर हेल्थ डेस्क भी लगाए गए हैं। वहीं पटना के DM डॉक्टर चंद्रशेखर सिंह ने लोगों से मंकीपॉक्स (एमपॉक्स) बीमारी से बचाव के लिए सरकार द्वारा जारी हेल्थ एडवायजरी का पालन करने को कहा है। उन्होंने सिविल सर्जन, पटना को पटना एयरपोर्ट पर हेल्थ डेस्क स्थापित करने का निर्देश दिया है।
दरअसल, पटना जिला प्रशासन ने तेजी से फैल रहे एक डेंगू और मंकीपोंक्स से राजधानी में अन्य राज्यों से आने वाले और जाने वाले लोगों के लिए हेल्थ डेस्क लगाया है। मेडिकल टीम डेंगू सहित मंकी पोंक्स को लेकर जांच दल एक्टिव मोड पर है। जिला प्रशासन ने यात्रियों के सुरक्षित यात्रा को लेकर यह कदम उठाया है।
पटना डीएम के निदेश पर मंकीपॉक्स (एमपॉक्स) बीमारी से बचाव हेतु पटना एयरपोर्ट पर एसओपी के अनुसार हेल्थ डेस्क क्रियाशील है। यहाँ अन्तर्राष्ट्रीय यात्रियों की विगत 21 दिनों की हिस्ट्री ली जाएगी। निर्धारित प्रारूप में ट्रैवलर स्व-घोषणा फॉर्म लिया जाएगा। DM ने कहा है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से इस बीमारी को 14 अगस्त 2024 को वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया गया है।
संक्रमण के रिस्क को कम करने के लिए एमपॉक्स वायरस से प्रभावित स्थानों की यात्रा करने वाले लोगों को इन एडवायजरी का पालन करना चाहिए। इसके साथ ही पटना के सिविल सर्जन को इनलैंड नेविगेशन अथॉरिटी, गायघाट से समन्वय कर शिप द्वारा राज्य में आने वाले अन्तर्राष्ट्रीय यात्रियों का सर्विलांस सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।
संक्रामक रोग अस्पताल (IDH), पटना और एनएमसीएच में एमपॉक्स के संदिग्ध मरीजों के लिए आइसोलेशन वार्ड बनाया जाएगा। राज्य सरकार द्वारा इन संस्थानों के अधीक्षकों को निर्देश दिया गया है कि इस वार्ड में 05 बेड संदिग्ध मरीजों के लिए और 05 बेड मरीजों के लिए रखा जाए। DM ने मेडिकल कॉलेज स्तर पर एमपॉक्स के सर्विलांस के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त करने को कहा है।
पटना से अनिल की रिपोर्ट