पटना के व्यवसायी भाईयों को जमीन निगल गई या आसमान खा गया? सुशासन की तेजतर्रार पुलिस अब तक खोजने में विफल

PATNA: राजधानी के अपहृत कारोबारी भाइयाें का अब तक कोई सुराग नहीं मिल सका है। पटना की तेजतर्रार पुलिस खोजने में अब तक पूरी तरह से विफल रही है। अब सवाल उठ रहा कि क्या कारोबारी बंधुओं को जमीन निगल गई या आसमान खा गया ? राकेश गुप्ता व उनके भाई अमित कुमार गुप्ता के लापता होने की खबर के 80 घंटे से अधिक बीत गए लेकिन पुलिस किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच सकी है। 

बताया जाता है कि अब तक फिराैती के लिए भी कोई कॉल नहीं आया है और न दोनों भाईयों ने परिजनाें से संपर्क ही किया है.इतने समय बाद भी दाेनाें का सुराग नहीं लगने से परिजनों के सब्र का बांध टूट गया है.परिवार वाले किसी अनहोनी से डरे हुए हैं. परिवार वालों ने शुक्रवार को डीजीपी एसके सिंघल से भी मुलाकात की थी।
करीब आधे घंटे तक परिवार के लाेगाें ने डीजीपी से मिलकर सकुशल रिहाई की गुहार लगाई.परिजनों का कहना है कि तीन दिन बीत चुके हैं,लेकिन अब तक कोई पता नहीं चल सका है।

परिजनों से मिले सांसद 
इधर, राकेश व अमित के परिवार से मिलने के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री सांसद रामकृपाल यादव यादव पहुंचे।  रामकृपाल यादव ने कहा कि यह चिंता की बात है कि तीन दिन से दाेनाें भाइयाें का कुछ पता नहीं चल रहा है. पुलिस गंभीरता से मामले काे लेकर दाेनाें भाइयाें काे खाेजे.

छापेमारी  जांच में जुटी पुलिस काे दाेनाें भाइयाें के माेबाइल में कुछ संदिग्ध नंबर मिले हैं. इन नंबराें का सीडीआर निकालकर पुलिस मामले की छानबीन करने में जुटी है. दाेनाें भाइयाेंं के माेबाइल में मिले इन नंबराें काे पुलिस ने परिवार वालाें काे भी दिखाया पर उन लाेगाें काे भी इन नंबराें का पता नहीं था. इधर, पुलिस ने अपहरण की आशंका देख पटना, वैशाली, आरा आदि जिलाें में छापेमारी की है लेकिन नतीजा सिफर ही रहा है।बता दें कि तीन पहले कारोबारी भाई नौबतपुर इलाके से लापता हो गए हैं. इस मामले में नौबतपुर थाने में अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।