Patna Metro : पटना मेट्रो के निर्माणाधीन भूमिगत खंड में हुए एक हादसे में दो श्रमिकों के जान गंवाने के बाद की घटना को लेकर श्रमिक संघों में नाराजगी है. घटना के दो दिन बीत जाने के बाद भी अब तक मृतकों का शव परिजनों को नहीं मिला है. इसे लेकर बुधवार को aisa और बिहार मजदूर संघर्ष समिति ने परिजनों और मजदूरों के साथ धरना दिया. साथ ही मृतकों के परिजनों को 50 लाख मुआवजा देने और शव को सौंपने की मांग की गई है.
दरअसल, सोमवार रात हुए हादसे में ओडिशा मूल के दो श्रमिकों की मौत हो गई जबकि छह अन्य मजदूर घायल हो गये. उनका उपचार अस्पताल में चल रहा है. वहीं जिन लोगों की मौत हुई उनके शवों को पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया. परिजनों का कहना है की अब तक उनका मृत शरीर उन्हें नहीं सौपा गया है. साथ ही मुआवजे के तौर पर 50 लाख की मांग की गई. हादसे में मनोज बोहरा (27) और विजय कुमार बोहरा (36) की मौत हो गई.
घटना के बाद पटना जिलाधिकारी ने जाँच कमेटी बनाई है. पटना मेट्रो टनल हादसे की जांच दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन के सेफ्टी हेड देवेन्द्र सिंह गिल के नेतृत्व में शुरू की गई है. जांच में डीएमआरसी के पटना मेट्रो प्रोजेक्ट के प्रधान भी शामिल हैं.
पटना मेट्रो रेल हादसे में मारे गये मजदूरों के परिजनों को 5-5 लाख रूपये की सहायता राशि दी जायेगी। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड ने यह घोषणा की है। नगर विकास मंत्री नितिन नवीन ने बताया कि मामले की जांच के लिए जिलाधिकारी ने तीन सदस्यों वाली कमिटी का गठन किया है।
पटना से अनिल की रिपोर्ट