आजीवन कारावास के दोषी पटना के कुख्यात बदमाश की देवघर में हत्या, कोर्ट परिसर में गोलियों से किया छलनी

पटना. देवघर कोर्ट में पेशी के लाये गए बिहार के एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गयी है. घटना शनिवार सुबह तकरीबन 11 बजे की है. गोली लगने से पटना निवासी अमित सिंह की मौत हो गई. अपराधियों ने अमित की को तीन गोली मारी. अमित पटना सहित बिहार और झारखंड में कई मामलों में अभियुक्त था. उस पर हत्या सहित कई अन्य प्रकार के गंभीर आपराधिक आरोप थे.
मृतक कैदी अमित कुमार सिंह को पटना के बिहटा सदीसोपुर का रहने वाला था. उसे बिहार पुलिस की एक टीम देवघर कोर्ट में पेशी के लिए लाई थी. पेशी के बाद अधिवक्ता के चेंबर में जब उसे ले जाया गया उसी दौरान उसे गोली मारी गई. अमित पर देवघर में वर्ष 2012 में एक अपहरण का मामला दर्ज था. उसी मामले में उसे पेशी के लिए लाया गया था जब हमलवारों ने उसे गोलियों से छलनी कर दिया.
देवघर एसपी सुभाष चंद्र जाट, संथाल परगना डीआईजी सुदर्शन मंडल और तमाम पुलिस पदाधिकारी पहुंचे और जांच शुरू कर दी. प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं कि कैदी कोर्ट परिसर में एक अधिवक्ता से मिलने के लिए उनके चेंबर में गया था. तभी दो व्यक्ति आए जिन्होंने अपने हाथ में पिस्टल ले रखी थी और एक के बाद एक तीन गोली अमित के शरीर पर उतार दी. फिलहाल देवघर पुलिस बिहार के 5 पुलिसकर्मियों से पूछताछ कर रही है.
घटना के बाद देवघर कोर्ट परिसर में अफरातफरी मच गई. गोली की आवाज सुनने के बाद कुछ समय तक लोग इधर उधर भागते रहे. वहीं पुलिस किसी भी हमलावर को पकड़ने में असफल रही. हमलावर अमित को गोली मारकर फरार हो गए. बिहटा व्यवसायी संघ के अध्यक्ष व सिनेमा हॉल के मालिक निर्भय सिंह हत्याकांड मामले में अमित सिंह को उम्रकैद की सजा हुई थी. कोर्ट ने निर्भय सिंह हत्याकांड में अमित सहित पांच को 28 मार्च 2022 को दोषी करार दिया और सभी को सश्रम आजीवन कारावास तथा 20-20 हजार रुपये जुर्माना की सजा सुनायी थी. सजा पाने वालों में मुखिया पप्पू सिंह, लक्ष्मण उर्फ मनीष, अमित सिंह उर्फ निशांत, चंदन कुमार उर्फ चंदन सिहं और लालू कुमार उर्फ लालू महतो शामिल थे. इसके अलावा भी कई अन्य मामलों में अमित आरोपी था.