बिहार के 534 CO की मार्च महीने की परफॉरमेंस रिपोर्ट ! 5 सबसे बेहतर और 5 सबसे खराब अंचलों के नाम जानें...

PATNA: राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग अंचल अधिकारियों से लेकर डीसीएलआर और राजस्व एमडीएम के कामों की समीक्षा करता है. काम के आधार पर अधिकारियों को नंबर दिये जाते हैं. हर महीनें अंचलाधिकारियों-एडीएम की रैंकिंग जारी की जाती है. राजस्व विभाग की तरफ से सभी अंचलाधिकारियों की मार्च 2023 की रैंकिंग जारी की गई है. बिहार में बेहतर प्रदर्शन करने वाला अंचल बांका का अमरपुर बना है.जबकि सबसे खराब प्रदर्शन मुजफ्फरपुर के पारू सीओ का रहा. जिसे 534 वां स्थान मिला है.
बेहतर प्रदर्शन वाले पांच अंचल
राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की तरफ मार्च महीने की जो रैंकिंग जारी की गई है, उसमें बांका जिले के अमरपुर अंचल बिहार में नंबर वन आया है. इस अंचल को 100 में 96.65 अंक मिले हैं.दूसरे नंबर पर बांका का ही बेलहर अंचल है जिसे 97.09 अंक, तीसरे नंबर पर पूर्णिया का श्रीनगर, चौथे नंबर पर बांका का फुलीडुमर और पांचवें नंबर पर बांका जिले का रजौन अंचल है.
खराब प्रदर्शन वाले पांच अंचल
वहीं, अगर सबसे खराब प्रदर्शन वाले अंचल की बात करें तो मुजफ्फरपुर का पारू अंचल सबसे खराब प्रदर्शन वाला रहा है. नीचे से दूसरे नंबर पर पटना का पुनपुन, तीसरे नंबर पर मधुबनी का अंधराठाढ़ी, नीचे से चौथे नंबर पर सिवान का सिसवन अंचल और नीचे से पांचवें नंबर पर मधुबनी का बासोपट्टी अंचल है. इन पांच अंचलों का सबसे खराब प्रदर्शन रहा है.
बता दें, अंचलाधिकारियों को सबसे अधिक अंक म्यूटेशन पर 50 अंक दिए जाते हैं, वहीं परिमार्जन पर 20,ऑनलाइ एलपीसी पर 10, मापी पर 5, जलनिकाय अतिक्रमण मुक्त कराने पर 5, अतिक्रमणवाद निबटारे पर 5 और जमीन के सेटलमेंट पर 5 फीसदी अंक दिए जाते हैं. इस तरह से अंक अलॉट किये जाते हैं. वैसे तो सरकार दावा करती है कि बेहतर परफॉरमेंस वाले अंचलाधिकारियों को बेहतर पोस्टिंग दी जायेगी. लेकिन तबादले के दौर में सिर्फ सेटिंग ही चलती है. तब सेटिंग ही पोस्टिंग का सबसे बड़ा आधार होता है.