18 महीने बाद पीएम मोदी और सीएम नीतीश में होगा आमना-सामना, एक मंच पर साथ आएंगे दोनों दिग्गज, बढ़ी सियासी हलचल

पटना. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हमेशा से अपने फैसलों से सबको अचंभित करते हैं. उनका ऐसा ही एक फैसला एक बार फिर से सबको हैरान कर रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पिछले कई मौकों पर दूरी बनाए रखने वाले सीएम नीतीश की शनिवार शाम पीएम मोदी से मुलाकात हो सकती है. दोनों की यह मुलाकात राष्ट्रपति द्वारा दिए जा रहे  जी-20 के रात्रिभोज के दौरान हो सकता है. राष्ट्रपति ने देश के सभी मुख्यमंत्रियों को रात्रिभोज के लिए आमंत्रित किया है. इसी में शामिल होने सीएम नीतीश शनिवर को दिल्ली जा रहे हैं. मुख्यमंत्री आज पटना से विस्तारा की फ्लाइट से दिल्ली के लिए रवाना होंगे .

लोकसभा चुनाव 2024 में एक दूसरे के खिलाफ रणनीति बनाने में लगे दोनों नेताओं का यह आमना-सामना बेहद खास हो सकता है. दोनों के बीच पिछले कई महीनों से सार्वजनिक रूप से मुलाकात या आमना-सामना नहीं हुआ है. लेकिन अब जी20 शिखर सम्मेलन में राष्ट्रपति की ओर 9 सितंबर के रात्रि भोज में दोनों में सामना हो सकता है. इस भोज में भारत की ओर से सभी केंद्रीय मंत्री और विभिन्न प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों को आमंत्रित किया गया है. इसी क्रम में सीएम नीतीश को भी राष्ट्रपति की ओर से निमंत्रण पत्र भेजा गया है. ऐसे में भोज के दौरान राष्ट्रपति के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी वहां मौजूद रहेंगे. इससे इस बात के आसार लगाए जा रहे हैं कि पीएम मोदी और सीएम नीतीश का रात्रिभोज में आमना-सामना हो सकता है. 


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इसके पहले सीएम नीतीश और पीएम मोदी दोनों की सार्वजिनक रूप से मुलाकात मार्च 2022 में आए उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद आई थी. उस समय योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह में दोनों नेता एक मंच पर आए थे. बाद में अगस्त 2022 में नीतीश ने एनडीए से जदयू को अलग कर लिया. साथ ही मोदी सरकार को विपक्षी दलों को एकजुट करने में लग गए. अब इंडिया भी बन चुका है. 

संयोग से देश के नाम बदलने को लेकर इंडिया बनाम भारत के विवाद के बीच राष्ट्रपति की ओर से सीएम नीतीश को रात्रिभोज के लिए बुलाया गया है. जी20 शिखर सम्मेलन में राष्ट्रपति की ओर से जो आमंत्रण पत्र जारी हुआ है उसमें ही प्रेसिडेंट ऑफ़ इंडिया की जगह प्रेसिडेंट ऑफ़ भारत लिखा है. इसी भारत शब्द को लेकर इंडिया के घटक दलों ने विरोध जताया. इसे संविधान की भावना के अनुरूप नहीं बताने के विपक्षी दलों के सवाल पर भाजपा की ओर से कहा गया कि अब देश का नाम इंडिया की जगह सिर्फ भारत ही किया जाए. वहीं सीएम नीतीश की पहल पर एकजुट हुए विपक्षी गठबंधन ने भी अपना नाम I.N.D.I.A.रखा है.जदयू सहित अन्य इंडिया के घटक दलों का कहना है कि विपक्ष के इंडिया नाम रखने से भाजपा घबराहटमें है. यही कारण है कि अब देश का नाम बदलने की बातें की जा रही हैं. इन सबके बीच अब सीएम नीतीश और पीएम मोदी में मुलाकात के आसार बन रहे हैं.