NEWS4NATION DESK : सीएए और एनआरसी को लेकर पूरे देश में मचे बवाल के बाद पीएम मोदी ने देश की जनता को बड़ा संदेश दिया है। उन्होंने कहा है कि देशवासियों को मैं भरोसा दिलाता हूं कि किसी की नागरिकता नहीं छिनेंगी।
रविवार को दिल्ली विधासभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामलीला मैदान में धन्यवाद रैली की। इसमें उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी पर भ्रम को दूर किया तो विपक्ष पर कड़ा प्रहार भी किया। साथ ही दिल्ली में कच्ची कॉलोनी, मेट्रो समेत केंद्र सरकार की उपलब्धियां भी गिनाईं। मोदी ने देश की जनता को भरोसा दिया कि किसी की नागरिकता नहीं छिनेगी।
करीब सौ मिनट के भाषण में प्रधानमंत्री विरोधियों पर हमलावर रहे। प्रधानमंत्री ने विरोधियों पर लोगों के बीच डर फैलाने और नागरिकता संशोधन कानून पर मुस्लिमों को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कहा कि हमारी सरकार की योजनाओं में कभी धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया गया।
मोदी ने कहा कि कांग्रेस और शहरी नक्सलियों द्वारा डिटेंशन सेंटर की अफवाह उड़ाई गई है। यह सरासर झूठ है। जो हिंदुस्तान की मिट्टी के मुसलमान हैं, उनका नागरिकता कानून और प्रस्तावित एनआरसी से कोई लेना-देना नहीं है।
वहीं पीएम ने पूर्व पीएम मनमोहन और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी को भी कड़ा जवाब दिया। मोदी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने संसद में कहा था कि बांग्लादेश से धार्मिक रूप से प्रताड़ित होकर आए लोगों को नागरिकता देनी चाहिए। दीदी (ममता बनर्जी) कहती हैं वे बंगाल में नागरिकता कानून लागू नहीं होने देंगी। उन्हें कानूनी सलाहकारों से पूछना चाहिए कि वे ऐसा कर भी सकती हैं या नहीं। वोट बैंक की राजनीति करने वाले अब फूट डालने में जुट गए हैं।
उन्होंने एनआरसी के नाम पर किये जा रहे बवाल को लेकर मार्मिक अपील की कि मेरा विरोध करो, पुतला जलाओ पर देश की संपत्ति मत जलाओ, गरीब का रिक्शा मत फूंको।
नए शरणार्थियों को लाभ नहीं : मोदी ने कहा, नागरिकता कानून का किसी नए शरणार्थी को लाभ नहीं मिलेगा। पाक, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से प्रताड़ित होकर आए लोगों को सुरक्षा देने के लिए कानून लाया गया है। गांधीजी ने कहा था कि पाक में रहने वाले हिंदू व सिखों को जब लगे कि उन्हें भारत आना चाहिए तो उनका स्वागत होगा।