N4N DESK: BSF जवान तेज बहादुर का वीडियो याद हैं ना. जिसमे उन्होंने खराब खाना देने का आरोप लगाया था. साल 2017 में बीएसएफ के जवान तेज बहादुर के एक वीडियो ने पूरे देश में खलबली मचा दी थी. टीवी से लेकर सोशल मीडिया पर वीडियो आने के बाद खूब बहस हुई थी. हालाकि बाद में बीएसएफ ने उनको अनुशासन हीनता का दोषी मानते हुए बर्खास्त कर दिया था. उसी जवान ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने का फैसला किया है. तेज बहादुर का कहना है कि सेना में हो रहे भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए मैं ये चुनाव लड़ूंगा.
खबर की मानें तो रेवाड़ी के रहने वाले तेज बहादुर यादव मोदी के खिलाफ चुनाव लडेंगे. तेजबहादुर ने कहा है कि भ्रष्टाचार की आवाज उठाने की सज़ा मुझे सेना से बर्खास्त करके दी गई. मोदी जी भ्रष्टाचार मुक्त भारत की बात करते थे, उन्हीं को देखते हुए मैंने सेना में हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर आवाज़ उठाई थी. सेना को मिलने वाले खाने को लेकर वीडियो वायरल किया था. जिसकी सज़ा मुझे सेना से बर्खास्त करके दी गई. अब मैं लोकसभा चुनाव वाराणसी से मोदी के खिलाफ लड़कर फिर से भ्रष्टाचार मुक्त करने की आवाज उठाऊंगा.
अफसरों पर लगाया था घपलेबाजी का आरोप
तेज बहादुर यादव ने याचिका दायर कर कहा था कि उसने खाने की शिकायत करते हुए एक वीडियो फेसबुक पर शेयर किया था. यादव ने सीनियर अधिकारियों पर भी भोजन की राशि के नाम पर घपला करने का आरोप लगाया था. इस वीडियो को लेकर काफी विवाद हुआ था. पीएमओ ने इस मामले में गृह मंत्रालय और बीएसएफ से रिपोर्ट मांगी थी.