पटना. जदयू अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा है कि पीएम मोदी भले ही कहते हों कि वे देश का सम्मान बढ़ा रहे हैं लेकिन हकीकत इससे अलग है. यह ब्रिक्स के सम्मेलन भी देखने को मिला और अब जी-20 की दिल्ली में हो रही बैठक में भी सामने आया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर जदयू अध्यक्ष ललन सिंह ने रविवार को दावा किया कि हाल ही में जब पीएम मोदी ब्रिक्स की बैठक में शामिल होने अफ्रीका गए थे तब वे नाराज होकर 45 मिनट तक प्लेन में ही बैठे रहे थे. ललन सिंह ने दावा किया कि बैठक में जब पीएम मोदी गए तब उनके स्वागत और उन्हें रिसीव करने के लिए अफ्रीका ने एक डिप्टी मंत्री को भेज दिया था.
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को उम्मीद थी उन्हें वहां से राष्ट्रपति रिसीव करने आएंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ. इससे वह 45 मिनट तक विमान से ही रूठकर बैठे रहे. यह साबित करता है कि भारत का सम्मान पीएम मोदी कैसे बढ़ा रहे हैं. ललन ने दिल्ली में होने वाले जी20 की बैठक का जिक्र करते हुए कहा कि पीएम मोदी ने रूस और चीन के राष्ट्रपति को फोन कर दोनों को व्यक्तिगत रूप से आमंत्रित किया था. लेकिन अब यह बात सामने आई है कि न तो रूस के राष्ट्रपति और ना ही चीन के राष्ट्रपति इस बैठक में आ रहे हैं. पीएम मोदी देश का कैसे सम्मान बढ़ा रहे हैं यह भी इससे साबित हो गया है.
पैसा खर्च कर ‘मोदी-मोदी’ का नारा : पीएम मोदी के हालिया ऑस्ट्रेलिया दौरे पर एक बड़ा दावा करते हुए ललन ने कहा कि मोदी-मोदी का नारा लगवाने के लिए पीएम मोदी ने खूब खर्चा किया था. उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में रहने वाले उनके एक परिचित ने बताया है कि पीएम मोदी के ऑस्ट्रेलिया दौरे के पहले 500 लोग भारत से वहां गए थे. उन्होंने वहां खूब सारा पैसा बांटा. इसके बाद लोगों को बुलाया गया और ‘मोदी-मोदी’ के नारे लगवाए गए. ललन ने कहा कि पीएम मोदी इसी तरह विदेशों में अपने लिए नारा लगवाकर देश का सम्मान बढ़ने की बातें करते हैं.
9 साल में 103 से पहले स्थान पर पहुंचे अडानी : ललन सिंह ने कहा कि पीएम मोदी कहते हैं कि न खाऊंगा और ना खाने दूंगा, लेकिन सच पूरी तरह अलग है. उन्होंने बिना अडानी का नाम लिए कहा कि 2014 में जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने थे तब एक उद्योगपति (अडानी) 103वें पायदान पर थे जो आज देश में नंबर 1 हो गए हैं. यही मोदी का न खाऊंगा और ना खाने दूंगा का सच है.