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पटना में भीषण सड़क हादसे के बाद मुआवजे की मांग कर रहे लोगों को पुलिस ने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा, 5 को हिरासत में लिया

पटना में भीषण सड़क हादसे के बाद मुआवजे की मांग कर रहे लोगों को पुलिस ने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा, 5 को हिरासत में लिया

PATNA : कल भीषण सड़क हादसे में मारे गए चारों लोगों के परिजनों द्वारा मुआवजे की मांग कर रहे लोगों पर जमकर तांडव मचाते हुए देर रात दर्जनों महिलाओं और पुरुषो पर जमकर लाठी बरसाई। इस दौरान पुलिस ने दौड़ा दौड़ा कर लोगों को पीटा। यहाँ तक की पड़े पैमाने पर कई घरों में घुस घुसकर महिलाओं, पुरुषो, बच्चों और बुजुर्गो को भी जमकर पीटा।  जिसमें कई महिलाओं समेत दर्जनों लोगों जख्मी हो गए। किसी का सर फूटा तो किसा का हाथ टूटा। पुलिस ने किसी को भी नहीं बक्सा। यहाँ तक की आम बेगुनाह ग्रामीणों के घरों में घुस कर पिटाई के साथ साथ उनके घरों के पँखों, टेबल कुर्सियां समेत अन्य समानो पुलिस ने जमकर उपद्रव मचाते हुए तोड़फोड़ किया। यहाँ तक  की स्थानीय भाकपा माले विधायक संदीप सौरभ के कार्यालय शबरी भवन में भी घुसकर दो दर्जन से अधिक कुर्सीयो को तोड़कर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया। साथ में दो मोटरसाइकिल समेत आधा दर्जन लोगों को गिरफ्तार कर अपने साथ थाने ले गई। वहीं पुलिस की इस बर्बरता पूर्ण करवाई की भाकपा माले समेत कई सामाजिक कार्यकर्ताओ और राजनितिक पार्टियों ने कड़ी निंदा करते हुए दोषी पुलिस कर्मियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग सरकार से किया है।

बताते चलें की कल पटना जिले के पालीगंज अनुमंडल मुख्यालय से कुछ ही दूरी पर स्थित धरहरा गांव के पास औरंगाबाद की ओर से आ रही  पटना की ओर जा रही एक तेज गति से अनियंत्रित ट्रक ने धरहरा गांव और अनुमंडल कार्यालय के पास धरहरा मोड़ के पास दो जगहों पर आधा दर्जन लोगों को बुरी तरह से रौंद दिया था। इस सड़क हादसे में एक महिला समेत चार लोगों की मौत घटनास्थल पर ही हो गई थी। साथ ही दो अन्य लोग बुरी तरह से इस घटना में जख्मी हो गए थे। जिनकी इलाज पटना के एम्स अस्पताल में डाक्टरों द्वारा किया जा रहा है। जिनकी हालत भी नाजुक और चिंताजनक बताई जा रही है। इस भीष्म सड़क हादसे मारे गए चार लोगो की दुःखद घटना से आक्रोशित हुए लोगों ने करीब ढाई घंटे तक पटना,-औरंगाबाद SH -2 मार्ग को जाम कर शव बीच सड़क पर रखकर मुआवजे की मांग करते हुए प्रदर्शन किया था। इसको पुलिस ने किसी तरह से समझा बुझा कर सड़क जाम हटवा कर फिर से यातायात बहाल किया था। इसके बाद पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अनुमंडल अस्पताल भेज दिया था। उसी दौरान तीन लोगों की पहचान हो पाई थी। सभी तीनों लोगों को बीडीओ संजीव कुमार द्वारा आपदा के तहत मिलने वाले ₹20000 की तत्काल सहायता राशि को प्रदान किया गया था। इस सड़क हादसे में मारे गए चार लोगों में से तीन लोगों की पहचान ही हो पाई थी। इसमें से एक व्यक्ति की पहचान होनी बाकी थी। इस बीच पुलिस ने सभी शवों की पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों की सौंप दिया। उस दौरान चौथे शव की भी पहचान हो गई थी। पुलिस ने चौथे शव की पहचान के बाद जोकि पालीगंज थाने क्षेत्र के अनुमंडल कार्यालय से महज कुछ ही दूरी पर स्थित बालीपाकड़ गांव निवासी किशोरी साव के 45 वर्षीय पुत्र अर्जुन साव के रूप में हुई थी। अर्जुन साव के शव के पास मिली मोबइल से फोन कर परिजनों को पुलिस ने करीब आठ बजे रात को इसकी सूचना दिया। 

इस खबर की सूचना के बाद बालीपाकड़ गांव के सैंकड़ो लोग इस खबर को सुनते जुट कर अनुमंडल कार्यालय के पास स्थित शबरी भवन के पास पहुंचकर उन्हें भी मुआवजा मिलनी चाहिए। इसकी मांग करने लगे। इस दौरान कुछ लोग पालीगंज एसडीएम से मिलने के लिए उनके पास जाने लगे, जो कि पहले से ही बड़े पैमाने पर इस बड़े सड़क हादसे के बाद किसी अनहोनी और उपद्रव जैसे अप्रिय स्थति उतपन्न न हो उससे निपटने के बड़े पैमाने पर सैंकड़ो की संख्या पुलिस बल पहले से ही मौजूद थी। पुलिस को इस बात की भनक लग गई और देखते देखते ही भारी मात्रा में पुलिस बल वहां इकट्ठा हो गई। इसी दौरान इस सड़क हादसे में मारे गए चौथे व्यक्ति अर्जुन साव के परिजनों के साथ मौजूद रहे सैकड़ो ग्रामीणों द्वारा मुआवजे की शांतिपूर्ण मांग कर रहे थे। उनसे ग्रामीण और पुलिस के बीच नोकझोंक हुई। उस दौरान खुद मौजूद रहे पालीगंज डीएसपी प्रीतम कुमार ने पुलिसकर्मियों को लाठी चार्ज करने का आदेश दे दिया। इस दौरान में दौड़ा दौड़ा ग्रामीणों को खड़ेड़ते हुए पीटते हुए बेगुनाह  महिलाओं पुरुषों बुजुर्गों और छोटे बड़े सभी पर जमकर लाठियां बरसाते हुए दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। दर्जनों घर में घुस घुस कर पुलिस ने घरों के दरवाजे तोड़कर घरों में घुसकर जमकर तोड़फोड़ करते हुए उत्पाद मचाई। घरों में घुसकर पुलिस महिलाओं की पिटाई करने के साथ साथ उनके घरों में रखें पंखे, टेबल, कुर्सियां समेत कई समानो को तोड़कर तांडव मचाते हुए बुरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया। पुलिस द्वारा की गई बर्बरतापूर्ण इस कार्रवाई में दर्जनों महिलाएं पुरुषों बच्चों के साथ बुजुर्गों को भी नहीं बक्सा। दर्जनों लोग जख्मी हो गए। किसी का सिर फटा, तो किसी का हाथ टूटा। महिलाओं की हाथ पैर में चोटे आई। साथ ही अनुमंडल कार्यालय के पास बालीपाकड़ गांव से महज कुछ ही दूरी पहले स्थित शबरी भवन में स्थानीय विधायक संदीप सौरभ की कार्यालय थी। उसमें घुसकर पुलिस ने जमकर उत्पात मचाते हुए तोड़फोड़ करते हुए लगभग दो दर्जन से अधिक कुर्सियों को तोड़कर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया। इस दौरान पुलिस ने दो मोटर साइकिल के साथ 5 ग्रामीणों को गिरफ्तार कर  अपने साथ ले गई। यहां तक की पुलिस ने सभी हदों को पार करते हुए इस हादसे में मारे गए मृतक अर्जुन साव के परिजनों को भी नहीं बक्शा। उनके पिता किशोरी साव के साथ साथ उनके परिजनों के साथ भी जमकर मारपीट किया।

जानकारी के अनुसार पुलिस द्वारा पिटाई किए गए लोगों में धर्मशीला देवी, सोना देवी, उपेंद्र कुमार, बिनेश मांझी, रीना देवी, रंजू देवी, शांति देवी,महेंद्र मांझी,देवन्ति देवी और किशोरी साव समेत कुल एक दर्जन से अधिक महिलाओ और पुरुषों की जख्मी होने की खबर सामने आ रही है। इस दौरान पुलिस ने अछूआ गाँव के मुर्गा मिट का व्यवसाय करने वाले युवक रिंकू साव के साथ धरहरा गाँव के बिगन मांझी, बिजेंद्र राम,और राकेश सिंह समेत कुल 5 लोगों को गिरफ्तार कर अपने साथ दो मोटर साइकिल रेखा देवी और बिट्टू कुमार के घर से लेकर अपने साथ ले गई। वहीं भाकपा माले ने पुलिस की इस करवाई को बर्बरता पूर्ण करार देते हुए निर्दोष महिलाओं और पुरुषो पर की गई बर्बरता पूर्ण करवाई लाठी चार्ज और जमकर तोड़फोड़ की घटना की कड़ी निंदा करते हुए दोषी पुलिसकर्मियों विरुद्ध कड़ी करवाई की मांग करते हुए पुरे बिहार में 1 फ़रवरी को प्रतिरोध मार्च के साथ पालीगंज अनुमंडल बजार को बंद रखकर शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन का ऐलान किया है। इस दौरान फुलवारीशरीफ विधायक गोपाल रविदास, कामरेड अमर कुमार, ओम प्रकाश सिंह, सुरेंद्र पासवान, अविनाश कुमार, मुखिया संघ के अध्यक्ष आनंद कुमार समेत भाकपा माले के दर्जनों नेताओं ने पीड़ित लोगों मिलकर इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए दोषी पुलिस कर्मियों और अनुमंडल प्रशासन पर कड़ी करवाई की राज्य सरकार से माँग करते हुए चरणबद्ध रूप से आंदोलन चलाने बात कहीं है। वहीं स्थानीय विधायक संदीप सौरभ अभी बिहार से बाहर है। इसलिए उनकी सभी कोई प्रतिक्रिया सार्वजनिक रूप से सामने नहीं आई है। वहीं आज देर शाम स्थानीय सांसद रामकृपाल यादव ने इस दुःखद और बड़े सड़क हादसे में मारे गए लोगो के परिजनों से मिलकर उन्हें शोक सांत्वना दिया। साथ ही घटना स्थल का मुआयना भी किया।

पटना से अमलेश की रिपोर्ट

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