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पुलिस की लापरवाही : घरेलू विवाद में युवक की गोली मारकर हत्या, 18 घंटे पहले दी सूचना फिर भी अलर्ट नहीं हुई पुलिस

पुलिस की लापरवाही : घरेलू विवाद में युवक की गोली मारकर हत्या, 18 घंटे पहले दी सूचना फिर भी अलर्ट नहीं हुई पुलिस

BUXER : जिले के मुरार थाना क्षेत्र के मनपा गांव में बुधवार की शाम एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई. युवक शुभम पांडेय पोखरहा गांव का रहने वाला था. गोलियों की आवाज सुनकर जब ग्रामीण मौके पर पहुंचे तो दबंग हवाई फायरिंग करते हुए भागने में कामयाब हो गए. घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस को ग्रामीणों के आक्रोश का सामना करना पड़ा. वहीं, बक्सर एसपी नीरज कुमार सिंह का भी गांव के लोगों ने विरोध किया। 

घटना के संबंध में मृतक शुभम पांडेय के परिवार की एक महिला बिट्टू पांडे ने कहा कि पुलिस को पहले भी सूचना दी गई थी, लेकिन फिर भी शिवम पांडे की हत्या हो गई. अब पुलिस से विश्वास उठ चुका है. पीड़ित परिवार के छोटक पांडे का कहना था कि घटना के 18 घंटा पहले अपराधियों के आने की सूचना दी गई लेकिन पुलिस सक्रिय नहीं दिखी. मुख्यमंत्री और डीजीपी से लेकर सभी संबंधित अधिकारियों को परिवार वालों ने जान माल की गुहार के लिए आवेदन भी दिया है.

गांव में पुलिस बल को किया गया तैनात

इस मामले पर बक्सर एसपी नीरज कुमार सिंह ने कोई बयान नहीं दिया और मीडिया का कैमरा बंद कराने लगे. लोगों का विरोध होता देख एसपी गांव से अचानक निकल गए. सूचना के बाद डुमरांव डीएसपी व पुलिस ने तत्काल मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया लेकिन परिजन पुलिस पर ही आग बबूला होते दिखे. शव को पोस्टमार्टम के लिए भी नहीं दिया. वही परिजनों ने आज सुबह ब्रम्हपुर चौरस्ता पर शव रखकर अपराधियों की गिरफ्तारी व अपनी सुरक्षा के लिए बक्सर आरा मुख्य सड़क जाम किए हुए हैं खबर लिखे जाने तक. डुमरांव डीएसपी और कई थानों की पुलिस पोखरहा गांव में पूरी रात कैंप करना पड़ा. गांव में स्थिति ना बिगड़े इसको देखते हुए पुलिस बल की तैनाती की गई है. 

दो पक्षों के बीच 70 एकड़ भूमि का विवाद

बताया जाता है कि करीब तीन साल पहले से ही दो पक्षों के बीच करीब 70 एकड़ भूमि को लेकर छोटक पांडे एवं विजय पांडे के बीच विवाद शुरू हुआ था. जमीन के लिए दोनों पक्षों ने मालिकाना हक के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया जिसमें एक पक्ष को उसका मालिकाना हक देते हुए उसपर खेती करने की कोर्ट ने इजाजत दे दी. इस फैसले के बाद भी दूसरे पक्ष के लोग दबंगई दिखाते हुए जमीन पर कब्जा जमाने के हर संभव प्रयास में जुट गए. इसके लिए अभी तक कई बार गोलीबारी भी हो चुकी है. पिछले 3 साल में यह तीसरा हत्या इसी परिवार के सदस्य की हुई है।

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