प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण (PMAY-G) के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में पक्के मकानों का सपना अब तेजी से साकार हो रहा है। इस योजना का उद्देश्य 2016-17 से हर ग्रामीण परिवार को बुनियादी सुविधाओं से युक्त पक्का घर मुहैया कराना है। इस साल, यानी वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए, मंत्रालय से 2 लाख 43 हजार 903 मकानों का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसमें से 1 लाख 21 हजार 146 लाभार्थियों को पहले ही मकान की स्वीकृति दी जा चुकी है।
मकान की स्वीकृति मिलने के बाद लाभार्थियों को जल्द से जल्द घर बनाने के लिए सहायता राशि प्रदान की जा रही है। मिशन सौ दिन (Mission 100 Days) के तहत, आज 17 सितंबर 2024 को प्रधानमंत्री ने एक सिंगल क्लिक के माध्यम से 89 हजार 869 परिवारों को पहली किस्त की सहायता राशि का भुगतान किया। यह एक ऐतिहासिक पहल है, जहां पूरे देश के 10 लाख से अधिक परिवारों को एक साथ इस योजना का लाभ मिला।
योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2023-24 और 2024-25 में मकान पूरे करने वाले 50 हजार 623 लाभार्थियों का गृहप्रवेश कराया गया। इनमें से 11 हजार 193 लाभार्थियों को प्रतीकात्मक रूप से उनके घरों की चाबी सौंपी गई। यह न सिर्फ इन परिवारों के लिए, बल्कि पूरे गांव के लिए उत्सव का समय है, जहां लोगों को अब पक्के मकानों में रहने का अवसर मिल रहा है।
प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण ने लाखों ग्रामीण परिवारों के जीवन को बदलने का काम किया है। इस योजना से न केवल लोगों को रहने के लिए पक्के मकान मिल रहे हैं, बल्कि यह ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूत कर रही है। सरकारी अधिकारियों का कहना है कि योजना के तहत हर जरूरतमंद को जल्द से जल्द मकान दिया जाएगा, ताकि कोई भी बिना पक्के घर के न रहे।