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धनकुबेरों का सत्ता के गलियारे में संरक्षण ! पैसा लेकर छापे की खबर को किया था लीक, निगरानी ने भ्रष्ट JE और सचिवालय सहायक को किया गिरफ्तार

धनकुबेरों का सत्ता के गलियारे में संरक्षण ! पैसा लेकर छापे की खबर को किया था लीक, निगरानी ने भ्रष्ट JE और सचिवालय सहायक को किया गिरफ्तार

PATNA: निगरानी ब्यूरो ने पूर्णिया नगर निगम में तैनात कनीय अभियंता शिव शंकर सिंह के यहां शुक्रवार को छापेमारी की थी। रेड में करोड़ों की चल-अचल संपत्ति का पता चला है। जेई के पटना, पूर्णिया और सहरसा स्थित ठिकानों की तलाशी में जमीन-मकान से जुड़े 18 डीड के अलावा,दो लॉकर, लाखों के जेवरात और नकद राशि भी बरामद हुई है। बैंक और पोस्ट ऑफिस में भी मोटी रकम इंवेस्ट है. छापे के दौरान एक और बड़ा खुलासा हुआ है। भ्रष्टों का सचिवालय में भी गहरी पैठ है। भ्रष्ट अफसर सचिवालय में कुछ कर्मियों को पैसे की बदौलत अपने पाले में मिलाकर रखते हैं. ऐसे ही गठजोड़ को निगरानी ब्यूरो ने बेनकाब किया है। निगरानी ने भ्रष्ट जूनियर इंजीनियर और सचिवालय से छापा की बात लीक करने वाले नगर विकास विभाग में तैनात सचिवालय सहायक धीरेन्द्र सिंह को गिरफ्तार कर लिया है।

सचिवालय से भ्रष्ट अफसरों को मिलती है जानकारी 

विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को निगरानी की टीम ने पूर्णिया नगर निगम के जेई शिव शंकर सिंह के पूर्णिया,सहरसा और पटना के ठिकानों पर छापेमारी की थी। पटना स्थित फ्लैट में छापा के दौरान भ्रष्ट जेई का बेटा मिला। उसके मोबाइल को चेक किया गया तो पूरी पोल खुल गई। इंजीनियर के बेटे के मोबाइल पर नगर विकास विभाग से गोपनीय कागजात भेजी गई थी. वो कागजात निगरानी ब्यूरो ने नगर विकास विभाग को 2019 में ही भेजे थे। दरअसल,जेई के खिलाफ 2019 में निगरानी में कंप्लेन किया गया था। ब्यूरो की तरफ से उस आवेदन को नगर विकास विभाग में भेज दिया गया। दो-तीन हफ्ते पहले जब जेई के खिलाफ जानकारी लेने निगरानी ब्यूरो के अधिकारी नगर विकास विभाग गये, इसके बाद  विभाग में तैनात सचिवालय सहायक धीरेन्द्र सिंह को इसकी भनक लग गई। उस सहायक ने तब के कंप्लेन को बेटा के व्हाट्सअप्प पर भेज दिया। बदले में जेई के बेटे ने सचिवालय सहायक धीरेन्द्र सिंह को पंद्रह हजार रू दिये थे। जांच में यह बात आई कि शिकायत संबंधी फाइल इसी सहायक के पास होती थी। निगरानी ब्यूरो ने जब भ्रष्ट जेई के बेटे को लेकर नगर विकास विभाग गई तो उसने पैसा लेकर गोपनीय कागजात देने वाले क्लर्क को पहचान लिया। इसके बाद निगरानी जांच टीम ने आरोपी सचिवालय सहायक धीरेन्द्र को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही भ्रष्ट जूनियर इंजीनियर को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों को कोर्ट में पेशी के बाद जेल भेजा जा रहा है। 

निगरानी सूत्रों का कहना है कि जेई को छापे की खबर लग गई थी. सचिवालय में तैनात सहायक ने ही दो हफ्ते पहले इसकी जानकारी दे दी थी। लिहाजा मोटी रकम को उसने हटा दिया था। जानकारी तो बहुत अधिक पैसे के बारे में मिली थी, लेकिन सचिवालय से छापा की बात लीक हो गई। 

आय से 1.21 करोड़ अधिक संपत्ति अर्जित करने का केस

निगरानी ब्यूरो ने जेई शिव शंकर सिंह के खिलाफ एक करोड़ 21 लाख 67 हजार 171 रुपए आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया है. उनके पटना के बोरिंग कैनाल रोड स्थित राय जी गली के रेसीडेंसी अपार्टमेंट के फ्लैट, पूर्णिया के मरियम नगर के शिवाजी कॉलोनी के आवास, दफ्तर और सहरसा स्थित नया बाजार मोहल्ले में बने मकान में छापेमारी की। पटना के फ्लैट की तलाशी में 11.65 लाख के सोने-चांदी के जेवर, 85,000 नकद और विभिन्न बैंकों के 9 पासबुक और चेकबुक बरामद हुए। पत्नी और बेटे के नाम पर ब्रेजा, हुंडई आई टेन और बाइक भी मिली।

र्णिया के शिवाजी कॉलोनी स्थित आवास और दो लॉकर की तलाशी में एक किलो के करीब सोना और आधा किलो के आसपास चांदी के जेवरात मिले। इनकी कीमत 51.65 लाख है। वहीं 1.90 लाख नकद, जमीन में निवेश के 8 डीड, एलआईसी में निवेश के 12 कागजात, इतने ही बैंक पासबुक भी हाथ लगे। इसके अलावा पोस्ट ऑफिस में 35 लाख के निवेश का दस्तावेज मिला है। पूर्णिया में ही 3000 वर्गफुट में गोदामनुमा निर्माण भी पाया गया।

जेई शिव शंकर सिंह ने पटना और पूर्णिया के अलावा सहरसा में भी संपत्ति बनाई है। नया बाजार इलाके में तीन मंजिला भवन है, जिसमें किराए पर स्कूल चलता है। वहां की तलाशी में जमीन के 10 डीड बरामद हुए। निगरानी के पास पहले से माजूद उनकी अचल संपत्ति के दस्तावेजों से छापेमारी में मिले डीड का मिलान किया जा रहा है।


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