BUXAR : जिले के डुमरांव अनुमंडल के बड़कागांव नगपुरा गांव में बिजली विभाग के कर्मचारी व उपभोक्ता के बीच मारपीट का एक मामला प्रकाश में आया है। जिसको लेकर थाना में प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई है। घटना के सम्बन्ध में बताया जा रहा है कि कृपा शंकर मिश्रा का मकान बड़कागांव दक्षिण टोला नगपुरा थाना सिमरी में स्थित है। उनके मकान से 3 फीट आगे से 11 हजार वोल्ट का तार गुजर रहा है जो कि 5 नवंबर 2023 को शॉर्ट शर्किट के बाद टूट कर गिर गया। जिससे घर के अगल बगल खड़े लोग और परिजन बाल बाल मौत के आगोश में आने से बच गए। बाद में इस बात की सूचना बिजली विभाग को दी गई। जिसके बाद उस फीडर के विद्युत कनेक्शन को काटा गया और तकरीबन दो तीन दिन बाद बिजली के 11 हजार वोल्ट के तार को जोड़ने का काम शुरू हुआ। विद्युत तार जोड़ने के दौरान ही कृपा शंकर मिश्रा के दामाद ने गांव के हीं मिस्त्री से तार को 3 फीट और आगे से ले जाने की बात की तो बिजली मिस्त्री ने 3 हजार रुपये की मांग की। जिसको देने की बात पिंटू मिश्रा उर्फ सूरज मिश्रा ने स्वीकार किया और दे भी दिया। लेकिन, बिजली मिस्त्री ने कहा कि आपका समस्या का हल ऐसे नही हो पाएगा। साहेब को भी पैसा देना होगा। साहेब को कम से कम 50 हजार रुपया देने पर ही काम बन पाएगा। जिस पर पिंटू मिश्रा उर्फ सूरज मिश्रा ने असमर्थता जताई। उन्होंने कहा कि देखिए किसी भी तरह से 11 हजार वोल्ट के तार को 3 फ़ीट और दूर करवा दीजिए। घर से ताकि हम सपरिवार सुरक्षित रह सकें।
हालाँकि कई बार आग्रह के बाद भी ऐसा नही हुआ और 9 नवंबर को बिजली विभाग के जूनियर इंजीनियर के मौजूदगी में बिजली मिस्त्री के द्वारा बिजली के 11 हजार वोल्ट के तार को कृपा शंकर मिश्रा के मकान के छत के ऊपर से ले जाते हुए पोल में जोड़ दिया गया। साथ ही साथ पोल पर लगे लोहे के एंगल को भी थोड़ा सा टेढ़ा करा दिया गया। जिससे कि बिजली का वह जानलेवा तार सीधे कृपा शंकर मिश्रा के मकान के छत पर से गुजरने लगा। जिसका विरोध कृपा शंकर मिश्रा व उनकी पत्नी ने किया तो बिजली विभाग के जूनियर इंजीनियर और उनके साथ आये कुछ लोगों ने अभद्रतापूर्ण व्यवहार किया। जब कृपा शंकर मिश्रा ने अपने दामाद पिंटू मिश्रा को बुलाया तो जूनियर इंजीनियर आलोक कुमार व उनके साथियों ने उनके साथ मारपीट किया। जिसमें पिंटू मिश्रा के पैर का नाखून उखड़ गया और पैर के तलवा के ऊपरी हिस्से में गंभीर चोट पहुंचा। मारपीट के दौरान बिजली विभाग के जूनियर इंजीनियर व उनके सहयोगियों को भी हल्की चोट पहुंची। मारपीट के इस मामले में दोनों पक्ष ने सिमरी थाना में लिखित आवेदन देकर प्राथमिकी दर्ज कर उचित कानूनी कार्रवाई करने की गुहार थानाध्यक्ष से लगाई है।
इस संदर्भ में सिमरी थानाध्यक्ष अमन कुमार से संपर्क किया गया तो उन्होंने ने बताया कि जूनियर इंजीनियर के लिखित आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है। जबकि दूसरे पक्ष के द्वारा दिये गए आवदेन के संदर्भ में उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि दूसरे पक्ष से आवेदन प्राप्त नही हुआ है। जबकि दूसरे पक्ष के लोगों का कहना है कि लिखित आवेदन दिया गया है और आवेदन रिसीव भी हो गया है। लेकिन प्राथमिकी दर्ज नही की गई है। साथ ही साथ पिंटू मिश्रा ने बिजली विभाग के मिस्त्री व जूनियर इंजीनियर पर भ्रष्टाचार व घूसखोरी का भी आरोप लगाया है। बिजली विभाग के मिस्त्री के द्वारा सेवा पानी के तौर पर पैसों की मांग करने से संबंधित दो ऑडियो क्लिप भी पिंटू मिश्रा के द्वारा मीडिया कर्मी को उपलब्ध कराया गया है।
वहीं थानाध्यक्ष का कहना है कि मामले में जूनियर इंजीनियर ने उपभोक्ता के बात को नही सुना तो आगे वरीय अधिकारियों से मिलना चाहिये था या थाना को भी इस संदर्भ में सूचना देना चाहिए था। लेकिन ऐसा ना कर के मारपीट तक मामला को ले जाना उचित नही है। इस संदर्भ में जानकारी लेने और उनका पक्ष ज्ञात करने हेतु जूनियर इंजीनियर आलोक कुमार से संपर्क किया गया तो उनके मोबाईल नंबर पर दो बार पूरा घंटी बजने के बाद भी कॉल नही उठा। जिसके कारण उनका पक्ष ज्ञात नही हो सका। गौरतलब हो की मामले में आगे पुलिस के द्वारा जो भी कार्रवाई की जाए। लेकिन किसी भी बिजली उपभोक्ता के मकान के छत या बालकोनी के करीब से बिजली के 11 हजार वोल्ट के तार को ले जाना खतरे से खाली नही है। ऐसे में उपभोक्ता को या उसके परिजनों को कभी भी जान माल का नुकसान हो सकता है। ऐसे में इसका जिम्मेदार कौन होगा यह सवाल खड़ा होता है।
बक्सर से संदीप वर्मा की रिपोर्ट