DELHI/PATNA : बीते करीब दो सालों से ज्यादा वक्त से भारत आतंकी हमलों से खुद को महफूज समझ रहा था, लेकिन गुरुवार शाम को आतंकियों ने कश्मीर के पुलवामा में भीषण हमला कर दिया। इस कायराना फिदायीन अटैक में सीआरपीएफ के 40 जवानों के अब तक शहीद होने की खबर है।कश्मीर में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आत्मघाती हमले ने पूरे देश को दहला दिया है। इसको लेकर पूरे देश में गुस्सा है। पाकिस्तान में बैठे आतंकियों के इशारे पर हुए इस हमले ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि पड़ोसी मुल्क अपनी नापाक हरकतों से मानने वाला नहीं है। 2016 में उरी में हुए हमले के बाद सर्जिकल स्ट्राइक कर पाकिस्तान को जरूर मुंहतोड़ जवाब दे दिया गया था, लेकिन इसका कोई असर होता नहीं दिख रहा है।
पाकिस्तान को हश्र का अंदाजा नहीं
वहीं बीजेपी ने कहा है कि आने वाले दिनों में पाकिस्तान का क्या हश्र होने वाला है, इसका उन्हें अंदाजा नहीं है। ऐसे में माना जा रहा कि मोदी सरकार एक बार फिर सर्जिकल स्ट्राइक पार्ट टू के जरिए पड़ोस में पल रहे आतंक के फन को कुचल सकती है।
व्यर्थ नहीं जाएगा जवानों का बलिदान
पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले के बाद पीएम मोदीने ट्वीट कर इस हमले की निंदा की है। पीएम ने कहा, 'पुलवामा में सीआरपीएफ के जवानों पर हुआ हमला बेहद घृणित है। मैं इस कायराना हमले की कठोर निंदा करता हूं। हमले में शहीद हुए जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। पूरा देश शहीदों के परिवार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। प्रार्थना करता हूं कि घायल जल्द ठीक हों।'
ऐक्टिव मोड में सरकार
वहीं हमले के बाद केंद्र सरकार ऐक्टिव मोड में आ गई है। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक, सीआरपीएफ के डीजी आर आर भट्नागर से बात की। राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को पटना में होने वाली रैली कैंसल करते हुए कश्मीर का दौरा करेंगे। वहीं राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारअजित डोभालने सीआरपीएफ के सीनियर अधिकारियों से पूरे घटनाक्रम पर जानकारी ली। डोभाल पूरे मामले पर नजर बनाए हुए हैं।