DESK. राजनीतिक, आर्थिक और संगठनात्मक मोर्चों पर चुनौतियों का सामना कर रही कांग्रेस अपनी भविष्य की रणनीति तैयार करने के लिए उदयपुर में तीन दिवसीय चिंतन शिविर आयोजित कर रही है. हालांकि 13 से 15 मई तक आयोजित होने वाले इस चिंतन शिविर के पहले ही कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी एक और पहल कर आम लोगों से जुड़ने की कवायद कर रहे हैं.
दरअसल, राहुल गाँधी तीन दिवसीय चिंतन शिविर में भाग लेने के लिए अन्य नेताओं के साथ ट्रेन से राजस्थान के उदयपुर जायेंगे. सूत्रों के अनुसार कांग्रेस ने इसके लिए एक ट्रेन के दो डिब्बे बुक किये हैं. अनुमान के मुताबित राहुल गांधी के साथ कांग्रेस के 50 से ज्यादा नेता ट्रेन से दिल्ली से उदयपुर तक का सफर करेंगे. राहुल के साथ जयराम रमेश और विवेक बंसल जैसे वरिष्ठ नेताओं सहित 50 से अधिक नेता ट्रेन से उदयपुर जायेंगे.
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी मुख्यालय में कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में ट्रेन से उदयपुर जाने की अपनी योजना की घोषणा की. इसमें कहा गया कि गांधी ने यह पार्टी नेताओं पर छोड़ दिया गया है कि वे चिंतन शिविर में भाग लेने के लिए वहां कैसे जायेंगे. हालांकि राहुल गांधी करीब 660 किलोमीटर का दिल्ली से उदयपुर का सफर ट्रेन से तय करेंगे.
शिविर में पार्टी के कुल 422 नेता हिस्सा लेंगे. इसमें देश भर से कांग्रेस नेता आएंगे. कांग्रेस नेताओं का कहना है कि इस चिन्तन शिविर का मुख्य ध्येय कांग्रेस को आम लोगों से जोड़ने की दिशा में मंथन करना है. साथ ही पार्टी संगठन को सशक्त करने और आम लोगों को केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के प्रति जागरूक करने को लेकर रणनीति बनाई जाएगी.