DESK. 'जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे' के नारों के साथ लोकसभा चुनाव में भाजपा को 400 सीटों पर जीत होने का दावा उनके समर्थक कर रहे हैं. लेकिन इसी बीच रील के राम ने चुनाव के बीच ही भूचाल मचा दिया है. यहाँ तक कि अपने संसदीय क्षेत्र को छोड़कर मुंबई के लिए रवाना हो चुके अरुण गोविल को लेकर अब कई तरह की कयासबाजी जारी है. यह सब उनके ही एक सोशल मिडिया पोस्ट के आने के बाद हुआ है जिसके बाद मेरठ सीट को लेकर कयासों का दौर जारी है.
भाजपा ने रामायण के राम यानी अरुण गोविल को मेरठ से लोकसभा प्रत्याशी बनाया. वहीं अब अरुण गोविल ने रविवार को एक पोस्ट से बवाल मचा दिया. उन्होंने लिखा, 'जब किसी का दोहरा चरित्र सामने आता है तो उससे अधिक स्वयं पर क्रोध आता है, कि हमने कैसे आंखें बंद करके ऐसे इंसान पर भरोसा किया। जय श्री राम।' उनके इस पोस्ट से भाजपा की यूपी इकाई से दिल्ली तक खलबली मच गई है. उनका पोस्ट सोशल मिडिया पर वायरल हो रहा है. साथ ही लोगों में यह चर्चा है कि अरुण गोविल को अंदेशा है कि वे लोकसभा चुनाव में अपने ही लोगों से धोखे का शिकार हुए हैं. इसी कारण उन्होंने दोहरा चरित्र वाली पोस्ट की.
इतना ही नहीं अरुण गोविल के पोस्ट के बाद इसे लेकर भाजपा नेताओं के आपत्ति जताने की भी खबर आई. इससे करीब तीन घंटे बाद अरुण गोविल ने अपनी वह पोस्ट डिलीट कर दी. इससे माना गया कि अरुण गोविल को मेरठ में अच्छा अनुभव नहीं मिला है. इतना ही नहीं वे मेरठ भी छोड़ चुके हैं.
मेरठ में 26 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के लिए वोट डाला गया. उसके अगले दिन ही यानी 27 अप्रैल को अरुण गोविल अपनी पत्नी श्रीलेखा के साथ मेरठ छोड़कर मुंबई के लिए रवाना हो गये. स्थानीय कार्यकर्ता और नेताओं ने अरुण गोविल से मिलने की कोशिश की तो तब तक वे मुंबई जा चुके थे.