गया : मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल में इलाज के बाद घर लौटने के 3 दिनों के बाद बांकेबाजार के रौशनगंज की गर्भवती महिला की मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया. महिला के सास ने साफ तौर पर कहा है कि मेरी बहू के साथ आइसोलेशन वार्ड में 2 दिनों तक रेप किया गया.
सास ने आरोपित स्वास्थ्यकर्मी के खिलाफ बुधवार की देर शाम रौशनगंज थाने में मृतिका की सास फुलवा देवी ने अपना बयान दर्ज कराया. इसी आधार पर ही मेडिकल थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई.
जांच के लिए टीम गठित
अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉ विजय कृष्ण प्रसाद ने बताया कि बांकेबाजार के रौशनगंज की महिला के मौत के मामले में एक जांच टीम गठित की गई है. जिसके द्वारा जांच प्रतिवेदन उन्हें सौंप दिया गया है. वह जांच प्रतिवेदन वरीय अधिकारी को सौंपा जाएगा. फिलहाल घटना की जानकारी जुटाने के लिए जांच की जा रही है.
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'2 दिनों तक किया गया रेप'
मृतिका की सास फुलवा देवी के अनुसार, कोरोना वार्ड में रहने के दौरान बहू के साथ वहां के माथे पर टिका लगाए एक स्वास्थ्यकर्मी के द्वारा लगातार दो दिनों तक दुष्कर्म किया गया. दुष्कर्म की वजह से उसे ब्लीडिंग होने लगी और उसका पेट में पल रहा बच्चा खराब हो गया.
स्वास्थ्यकर्मी के द्वारा किए गए गंदी हरकत की आपबीती मेरी बहू ने रो रोकर बताई थी. सासा का कहना है कि इस घटना का जिक्र कोरोना वार्ड के गेटमैन से करने पर उसने मुंह बंद कर घर की इज्जत का हवाला दिया.सास का कहना है कि बहू घर लौटने के बाद काफी डरी सहमी रह रही थी. मेडिकल अस्पताल में भर्ती के दौरान माथे पर टीका लगाए स्वास्थ्यकर्मी के द्वारा किये गए गलत व्यवहार और यौनाचार की चर्चा घर में अक्सर कर रही थी.
क्या है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक बांकेबाजार प्रखंड अंतर्गत रौशनगंज की पूनम देवी 24 साल, नामक महिला लुधियाना से गत 25 मार्च को अपने घर रौशनगंज लौटी थी, वह गर्भवती थी. जिसे मगध मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी वार्ड में 27 मार्च को भर्ती कराया गया था.
फिर 2 दिनों के बाद महिला को कोरोना के वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया. जहां महिला का कोरोना टेस्ट भी कराया गया. रिपोर्ट नेगेटिव आई थी. इसी बीच महिला 2 अप्रैल को अपने घर रौशनगंज लौट आई थी और अचानक सोमवार सुबह महिला की मौत हो गई.