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रत्नेश्वर रचित उपन्यास त्रयी बना रहा नित नए रिकॉर्ड, नंबर वन बेस्टसेलर बना ‘हिमयुग में प्रेम’

रत्नेश्वर  रचित उपन्यास त्रयी बना रहा नित नए रिकॉर्ड, नंबर वन बेस्टसेलर बना ‘हिमयुग में प्रेम’

पटना. लोकप्रिय लेखक रत्नेश्वर सिंह द्वारा रचित उपन्यास 'हिमयुग में प्रेम' अमेजॉन बेस्टसेलर रेंकिंग में पहले पायदान पर पहुँच गया है. इससे पहले महायुग उपन्यास त्रयी का पहला भाग '32,000 साल पहले' भी अमेजॉन बेस्ट सेलर बना. पिछले दिनों उसका दूसरा भाग 'हिमयुग में प्रेम' प्रकाशित हुआ और वह अपने प्रकाशन के 80वें दिन अमेजॉन बेस्टसेलर की रेंकिंग में नंबर 1 पायदान पर पहुँच गया.

रत्नेश्वर ने बताया कि हिन्दी में उपन्यास त्रयी लिखने का प्रचलन नहीं के बराबर है. नई सदी में हिन्दी में यह पहला उपन्यास त्रयी है. इसका कथानक भी बड़ा रोचक है. इसमें 32000 साल पुरानी दुनिया के प्रथम नगरीय सभ्यता की कहानी है. खम्बात की खाड़ी में पुराविदों को समुद्र की गहराई में कुछ सामान मिले. फॉरेनसिक जाँच से यह पता चला कि वह बत्तीस हजार साल पुराना है. उसी साक्ष्य को केंद्र में रखकर रत्नेश्वर कुमार सिंह ने यह उपन्यास त्रयी लिखी है जो प्रभात प्रकाशन से प्रकाशित हुआ है.

इस उपन्यास में पहली बार बत्तीस हजार साल पहले सभ्यता की शुरुआत सर्वप्रथम कहाँ और कैसे हुई? यह पता चलता है. उन्होंने पहली बार खुले सेक्स को त्यागकर एकल परिवार बनाने का निर्णय कब लिया? यानी कबीलाई संस्कृति में प्रथम परिवार का प्रस्फुटन और उसके साथ ही एक स्त्री और पुरुष में प्रेम संबंधों के बनने की प्रक्रिया कैसे शुरू हुई? सर्वप्रथम होंठों के माध्यम से प्रणय निवेदन की शुरुआत कैसे हुई होगी? पहली बार बांसुरी किसने बजाई? संसार का पहला गीत कौन सा है? इन सभी सवालों के उत्तर के साथ महा और युग की रोचक प्रेम कहानी इस उपन्यास चलती है.

दरअसल, विश्व का पहला राज्य जंबुद्वीप का इतिहास आदि इतने रोचक और उत्सुकता से भरे हुए कथानक हैं कि किताब खत्म हुए बगैर छूटती नहीं. इसीलिए यह दोनों उपन्यास भारतीय युवाओं की पहली पसंद बनी हुई है.

गौरतलब है कि रत्नेश्वर भारत के जाने माने लेखक हैं. इनकी 15 से भी अधिक पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं. इन्हें भारत सरकार भारतेन्दु हरिश्चन्द्र पुरस्कार मिल चुका है. रत्नेश्वर साहित्य में नए प्रयोग के लिए जाने जाते हैं. बिहार के लखीसराय जिले के बड़हिया निवासी रत्नेश्वर पेशेवर लेखन के साथ ही पत्रकारिता और शिक्षण के क्षेत्र में लंबा अनुभव रखते हैं. उनकी किताबें मीडिया के छात्रों के लिए प्रेरक रही हैं. वहीं बिहार के लेखकीय जगत में हालिया दशकों में वे सबसे लोकप्रिय और प्रचलित नाम हैं. अब उनका रचित उपन्यास 'हिमयुग में प्रेम' अमेजॉन बेस्टसेलर रेंकिंग में पहले पायदान पर पहुँचकर फिर से नया कीर्तिमान बना चुका है.

 


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