PATNA : यह नौ महीने पहले की बात है। जब बिहार में दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने थे। जिसमें एक सीट को लेकर कांग्रेस और राजद के बीच दशकों पुरानी दोस्ती में दरार आ गई थी। यूं कहे बिहार में दोनों पार्टिंयों के नेता एक दूसरे के खिलाफ ऐसे बयान दे रहे थे, जैसे उन्होंने तय कर लिया था कि अब कभी दोनों की राहें एक नहीं होंगी। लेकिन दोनों पार्टियों के बीच रिश्ता ऐसा है कि बातें चाहें कितनी कर लें, लेकिन एक दूसरे के बिना दोनों पार्टियां कभी अलग-अलग नहीं रह सकती है। यही कारण है अब फिर से दोनों पार्टियों के बीच पुराने मतभेद भुलाकर फिर से साथ आने की तैयारी कर ली है। इस दिशा में राजद की तरफ से बड़ा कदम भी उठाया गया है और आगामी सात अगस्त को प्रदेश स्तर पर होने वाले प्रतिरोध मार्च में साथ आने की तैयारी कर ली है।
कांग्रेस के साथ फिर से आने को लेकर राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने बताया कांग्रेस के साथ हमारा राष्ट्रीय गठबंधन है। यह ठीक है कि उप चुनाव में हम अलग थे। लेकिन दोनों पार्टियों की विचारधारा एक है। इससे पहले जो हुआ सो हुआ। लेकिन अब दोनों पार्टियां सड़क पर एक साथ हुंकार भरने को पूरी तैयार है।
मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि राजद और कांग्रेस का गठबंंधन सिर्फ हाथ और गले मिलकर नहीं हुआ बल्कि दिल और विचारों का गठबंधन है। जो हमेशा बन रहेगा। सात अगस्त को पूरा विपक्ष एक साथ मंहगाई, भ्रष्टाचार और बेरोजगारी के मुद्दे पर तेजस्वी यादव के साथ सड़क पर उतरने के लिए तैयार है।
पोस्टर में दी गई गई कांग्रेस को जगह
इस प्रतिरोध मार्च को लेकर आज सुबह से पटना के प्रमुख स्थानों पर महागठबंधन के पोस्टल लगाए गए है जिसमें तेजस्वी यादव के साथ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी नजर आ रही हैं।