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यादव पर मेहरबान राजद, लोकसभा टिकट बंटवारे में सर्वाधिक प्रत्याशी यादव से, लालू ने ब्राह्मणों को नहीं दी एक भी सीट, इन जातियों के प्रत्याशी

यादव पर मेहरबान राजद, लोकसभा टिकट बंटवारे में सर्वाधिक प्रत्याशी यादव से, लालू ने ब्राह्मणों को नहीं दी एक भी सीट, इन जातियों के प्रत्याशी

पटना. लोकसभा चुनाव में बिहार में सर्वाधिक सीटों पर जीत हासिल करने के लिए राजद सुप्रीमो लालू यादव ने एक बार फिर से अपने कोर वोटरों पर मेहरबानी दिखाई है. मुस्लिम –यादव वोटों को साधकर एम-वाई समीकरण के सहारे चुनावों में हमेशा ही मजबूती से खड़ी रहने वाली राजद ने इस बार भी अपने भरोसेमंद वोटरों पर मेहरबानी बरसाई है. राजद लोकसभा की 23 सीटों पर बिहार में चुनाव लड़ रहा है. इसमें 22 संसदीय सीटों के लिए उम्मीदवारों के नाम की घोषणा लालू यादव की पार्टी ने कर दिया है. इसमें जातीय समीकरणों को साधने में लालू यादव ने पूरी मुश्तैदी दिखाई है. खासकर उम्मीदवार के अनुसार यादवों पर लालू यादव खूब मेहरबान दिख रहे हैं. 

यादवों पर भरोसा: जिन 22 लोकसभा सीटों के लिए राजद ने उम्मीदवार घोषित किए हैं उसमें सर्वाधिक 8 प्रत्याशी यादव जाति से हैं. इतना ही नहीं यादव बिरादरी जिस पिछड़ा वर्ग से आता है उस पिछड़ा वर्ग से ही सर्वाधिक 12 उम्मीदवार हैं. इसमें 8 यादव, 3 कुशवाहा और 1 वैश्य जाति के उम्मीदवार शामिल है. वहीं ईबीसी के अंतर्गत आने वाली जातियों के 3 प्रत्याशी हैं जिसमें एक धानुक, एक गंगोत और एक चौपाल जाति के हैं. साथ ही दलित बिरादरी के 3 उम्मीदवार हैं जिसमें एक पासवान और 2 रविदास वर्ग से आते हैं. वहीं मुस्लिम वर्ग से 2 उम्मीदवार हैं जबकि सवर्ण को भी लालू यादव ने 2 सीटों पर उम्मीदवार बनाया है. इसमें एक भूमिहार और एक राजपूत है. 

लालू की दो बेटियां : राजद ने जिन 22 प्रत्याशियों की घोषणा की है इसमें दो उम्मीदवार तो लालू यादव की बेटियां ही है. मीसा भारती पाटलिपुत्र और रोहिणी आचार्य सारण से उम्मीदवार हैं. इन दो यादवों के अतिरिक्त जय प्रकाश नारायण यादव बांका, ललित यादव दरभंगा, सुरेन्द्र प्रसाद यादव जहानाबाद, दीपक यादव वाल्मीकिनगर, प्रो. कुमार चंद्रदीप मधेपुरा और अर्जुन राय सीतामढ़ी से प्रत्याशी हैं जो राजद के कुल 8 यादव उम्मीदवार हैं. वहीं पिछड़ों में नवादा से श्रवण कुशवाहा, औरंगाबाद से अभय कुशवाहा और उजियारपुर से अलोक मेहता जबकि शिवहर से वैश्य समुदाय से आने वाली रितु जायसवाल हैं. 

दलित, ईबीसी और मुसलमान : दलित उम्मीदवारों में गया से कुमार सर्वजीत, जमुई से अर्चना रविदास और हाजीपुर से शिवचंद्र राम हैं. ईबीसी वर्ग के उम्मीदवारों में धानुक जाति की अनीता देवी महतो मुंगेर से, गंगोत जाति की बीमा भारती पूर्णिया और सुपौल में चंद्रहास चौपाल उम्मदीवार है. मुस्लिमों में अररिया से शाहनवाज आलम और मधुबनी से मो. अली अशरफ उम्मीदवार हैं. राजद ने जिन दो सर्वणों को उम्मीदवार बनाया है उसमें बक्सर सीट पर सुधाकर सिंह हैं जो राजपूत जाति से हैं. वहीं भूमिहार जाति से मुन्ना शुक्ला को वैशाली से उम्मीदवार बनाया गया है. 

एमवाई समीकरण पर भरोसा : दरअसल, यादव जाति को हमेशा से लालू यादव का कोर वोट बैंक माना जाता है. उसी क्रम में लालू यादव ने इस बार 8 यादव को उम्मीदवार बनाकर अपनी रणनीति साफ कर दी है. हालांकि सिर्फ 2 मुस्लिम को उम्मीदवार बनाया गया है. यह एमवाई समीकरण को झटका हो सकता है. बिहार में जाति गणना की रिपोर्ट के अनुसार यादव 14 फीसदी हैं. यह किसी एक जाति का सर्वाधिक प्रतिशत है. वहीं मुस्लिम आबादी करीब 17 फीसदी है. ऐसे में लालू यादव का एमवाई समीकरण इन्हीं वजहों से बेहद मजबूत माना जाता है. 

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