PATNA: सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले की जांच CBI कर रही है. सुशांत केस पर देश भर की निगाहें टिकी हुई हैं. वहीं बिहार के एक राजद विधायक ने सुशांत सिंह राजपूत पर विवादास्पद टिप्पणी देकर विवाद बढ़ा दिया है. सहरसा से राजद विधायक अरुण यादव ने कहा कि सुशांत सिंह राजपूत था ही नहीं. उन्होंने ये कहने के बाद कहा कि कोई बुरा मत मानियेगा क्योंकि राजपूत महाराणा प्रताप के वंशज हैं, जो कभी गले में रस्सी लगाकर नहीं मर सकते. महाराणा प्रताप राजपूत के साथ साथ यादवों के भी पुरखा थे.
वहीं राजद विधायक अरूण यादव की सुशांत सिंह राजपूत की संदेहास्पद मृत्यु के मामले में टिप्पणी पर बिहार बीजेपी ने अटैक किया है।बीजेपी प्रवक्ता डॉ. निखिल आनंद ने कहा कि राजद विधायक का बयान बिल्कुल ही अनर्गल है और जातिवादी मानसिकता से ग्रसित है। इससे पहले भी तेजप्रताप ने रघुवंश बाबू को समुंदर में एक लोटा पानी बताकर बाहर फेंकने की बात की। इन सबसे प्रतीत होता है कि राजद के नेतागण आदतन इस तरह की घटिया बयानबाजी के लिए ही बने है।
उन्होंने कहा कि ये लोग बिल्कुल ही हैबिचुअल ऑफेन्डर या आदतन गलती करने वाले लोग हैं। बिहार की जनता सबकुछ देख रही है और इन सभी राजद के लोगों को करारा जवाब देगी। सुशांत के मामले पर कांग्रेस और राजद दोनों की घटिया मानसिकता परिलक्षित होती है जो एक्सपोज हो चुकी है। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी का बयान सबके सामने है। इस पूरे मामले में तेजस्वी यादव सफाई दे और बतायें कि उनकी सुशांत, रिया, कंगना के मामले में क्या राय है। क्या तेजस्वी अधीर रंजन चौधरी और अपने विधायक के जातिवादी बयानों से सहमति जताते है या फिर दोनों के बयानों का विरोध करते हैं। तेजस्वी यादव को चाहिए कि वे महागठबंधन और राजद नेताओं की ओर से बिहार के बेटे सुशांत सिंह राजपूत के खिलाफ अनर्गल जातिवादी टिप्पणी पर सार्वजनिक माफ़ी माँगे।"