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घर में नहीं दाने अम्मा चली भुनानेः RJD का घोषणा पत्र झूठ का पुलिंदा...BJP का सवाल- एक करोड़ नौकरी देने की बात कर कितने लोगों की जमीन हड़पेंगे लालू यादव

घर में नहीं दाने अम्मा चली भुनानेः RJD का घोषणा पत्र झूठ का पुलिंदा...BJP का सवाल- एक करोड़ नौकरी देने की बात कर कितने लोगों की जमीन हड़पेंगे लालू यादव

PATNA: राजद ने शनिवार को अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी किया है, जिसमें कई लोक लुभावने दावे किए गए हैं. तेजस्वी यादव के घोषणा पत्र के बाद जेडीयू-भाजपा ने तीखा हमला बोला है. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रभाकर कुमार मिश्र ने घोषणा पत्र पर तंज कसते हुए कहा कि राजद ने अपने घोषणा पत्र का नाम 'परिवर्तन पत्र' देकर यह बताना चाहा है  कि वह 'कानून के राज' को परिवर्तित कर फिर से 'जंगल राज' कायम करना चाहता है। राजद ऐसा राज स्थापित करना चाहता है, जहां भ्रष्टाचार का बोलबाला हो। लूट-खसोट कर अपनी तिजोरियां भरने की संस्कृति हो। 

राजद के घोषणा पत्र पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रभाकर मिश्र ने शनिवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि राजद को अपने घोषणा पत्र का नाम 'झूठ पत्र' रखना चाहिए था, क्योंकि यह 'झूठ का पुलिंदा' है। घोषणा पत्र में सिर्फ सपने दिखाये गये हैं। राजद बिहार में 23 और झारखंड में दो सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ रहा है। यह किसी की समझ से परे है कि 25 सीटों पर चुनाव लड़ने वाला दल किस प्रकार अपने वादों को पूरा करेगा। श्री मिश्र ने कहा कि राजद का हाल 'घर में नहीं दाने और अम्मा चली भुनाने' जैसा है। जब वादे सिर्फ  दिखावे के लिए ही करने थे, तो और बड़े वादे किये जा सकते थे। पिछले लोकसभा चुनाव में शून्य पर आउट होने वाले राजद के लिए यह घोषणा पत्र हास्यास्पद है। यह ठीक है कि चुनाव में घोषणा पत्र जारी करना कुछ फिसड्डी दलों के लिए औपचारिकता होती है। ऐसे दलों को घोषणा पत्र के बगल में 'औपचारिकता पत्र' भी लिख देना चाहिए, ताकि आम जनता भ्रमित न हो। 

भाजपा प्रवक्ता ने इंडी गठबंधन के घटक दलों पर हमला करते हुए कहा कि  'घमंडिया' गठबंधन के कुनबे में शामिल दलों के घोषणा पत्र में कहीं, कोई तालमेल नहीं है। किसी में कुछ, तो किसी में कुछ है। इसी से पता चलता है कि घमंडिया गठबंधन बिना सिर-पैर का गठबंधन है। लालू को यह भी बताना चाहिए कि  चुनावी घोषणा पत्र में एक करोड़ नौकरी के पीछे कितनी जमीन हड़पने का उनका टारगेट है।पुरानी पेंशन योजना लागू करने के लिए पैसे कहां से लाएंगे।अग्निवीर योजना समाप्त करने के पीछे क्या मंशा है।  200 यूनिट फ्री बिजली देने वादा  भी सिर्फ लफ्फाजी है। राजद का घोषणा पत्र को जनता गंभीरता से कभी नहीं लेगी।

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